छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक तेंदुए की हीट स्ट्रोक के कारण मौत हो गई है। तेंदुआ बीमार था, उसके इलाज के लिए प्रदेश के वन विभाग ने पहले उसे रेस्क्यू किया। इसके बाद ट्रेंकुलाइज पर रखा, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
कोरबा- छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी ने इंसानों के साथ-साथ जानवरों का भी जीना मुश्किल कर दिया है। आज ही कोरबा के कटघोरा वन मंडल की ऐतमा वन परिक्षेत्र के ग्राम कोकोनट में गर्मी के कारण एक तेंदुआ हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई। दरअसल, ये तेंदुआ काफी समय से बीमार था, इसके इलाज के लिए प्रदेश के वन विभाग ने इसे रेस्क्यू कर ट्रेंकुलाइज किया था। कटघोरा वन मंडल के केसरिया डिपो में तेंदुए का इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरा ही उसकी मौत हो गई। हीट स्ट्रोक के कारण अब तक कुल दो तेंदुओं की मौत हो गई है।
तेंदुए को कानन पेंडारी में किया गया शिफ्ट
वन विभाग के अनुसार, जैसे ही उन्हें पता चला कि तेंदुआ बीमार है, उन्होंने उसे रेस्क्यू किया। वन विभाग के लोगों ने तेंदुए को बेहोशी हालत में पिंजरे में डालकर ऐतमा वन परिक्षेत्र के ग्राम कोनकोना में ट्रेंकुलाइज किया। हालात में सुधार न होने पर तेंदुए को कानन पेंडारी शिफ्ट कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान तेंदुए की मौत हो गई।
एक्जाइटिस से ग्रसित था तेंदुआ
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले यह माना जा रहा था कि तेज गर्मी की वजह से तेंदुआ हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया है। लेकिन इलाज के दौरान पाया गया कि तेंदुआ एक्जाइटिस की बीमारी से ग्रसित था। तेंदुओं का इलाज करने वाले पशु डॉक्टर चंदन ने बताया कि उन्होंने और उनकी टीम ने पूरी कोशिश की लेकिन वह तेंदुआ को बचा नहीं पाए।