इस समय ट्रैन से सफर करने वालों की स्थिति काफी बेहाल है, काफी ट्रेने रद्द हो रही है, और जो भी ट्रेने आती है, वह सही समय पर जिस स्टेशन में पहुंचना है वहां नहीं पहुंच पा रही है, किसी भी ट्रैन की सही तरीके से जानकारी प्राप्त नहीं हो पा रही है|
जनरल बोगी की भी सही तरीके से जानकारी नहीं मिल रही है, इसके कारण यात्रियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, विभागीय अधिकारियों की इस लापरवाही का नतीजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है, प्लेटफार्म में ट्रेनों के पहुंचने के बाद भी इंडिकेटर चालु नहीं किया जाता जिसके कारण यात्रियों को बोगी आगे रहेगा या पीछे इसका पता नहीं चल पा रहा, कुछ दिन पूर्व मुंबई से हावड़ा जाने वाली मेल एक्सप्रेस रायगढ़ स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची थी, इस दौरान इंक्वायरी द्वारा बताया गया कि, जनरल बोगी पीछे की ओर आएगी, जिसके कारण अधिक संख्या में यात्री पीछे की और पहुंच गए थी, जब ट्रेन स्टेशन पहुंची तो पता चला कि, जनरल बोगी आगे है, इससे यात्रियों में हड़कंप मच गई, वही अफरा-तफरी के कारण कई यात्री गिरकर घायल भी हो गए, वही कई यात्री गड़बड़ी की वजह से रिजर्वेशन बोगी के साथ एसी बोगी में सवार हो गए, इसके बाद भी धक्का-मुक्की के साथ करीब दर्जनभर यात्रियों की ट्रेन छूट गई, बताया जा रहा है कि अभी भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई है, पिछले दिनों नाराज यात्रियों ने किया हंगामा।
ट्रेन छूटने के बाद रात करीब 9 बजे अधिक संख्या में यात्री रेलवे स्टेशन के इंक्वायरी काउंटर में पहुंच कर शोर मचाया, कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्हे एमर्जेन्सी कार्य से जाना था, इस दौरान नारेबाजी भी की गई, इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने यात्रियों को समझाया उसके बाद मामला थोड़ा ठंडा हुआ, कई यात्रियों को कहना था कि, ट्रेन छूट गई और व्यवस्था नहीं हो पा रही है तो टिकट की राशि वापस की जाए, लेकिन अधिकारियों द्वारा प्रक्रिया का हवाला देकर मामले को टाल दिया, इससे कई यात्री मजबूरन भीषण ठंड में पूरी रात स्टेशन में ही बिताए थे।
इस संबंध में इंक्वायरी भाग के अधिकारियों से बात किया गया तो उन्होंने कहा बैटरी में दिक्कत आने के कारण इंडिकेटर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है, हालांकि इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है, वहां से निर्देश आने के बाद रिपेयर किया जाएगा।