भिलाई नगर- 12 मई रविवार को देश भर में टैगोर के अनुयायी एक हजार कंठ कवि, गुरुदेव के गीत एक ही समय पर एक साथ गाएंगे। आपको बता दें कि भिलाई में इस बार गुरुदेव कवि रवींद्र नाथ टैगोर का 163वां जन्मदिन अलग ढंग से मनाया जाएगा। देश भर में टैगोर के अनुयायी एक हजार कंठ कवि, गुरुदेव के गीत एक ही समय पर एक साथ गाएंगे। इस तरह से उनका जन्मदिन यादगार बनाया जाएगा।
भिलाई की संस्था रवींद्र सुधा के इस कार्यक्रम में बंगाली भाषी कालाकारों के साथ-साथ कई हिन्दी भाषी गायक भी शामिल होंगे। वे भी बंगाली गीतों को उसी भाषा में गाएंगे। इसके लिए वे लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसमें कई ऐसे गायक हैं, जिनकी उम्र 60 से ऊपर है और बड़े पदों से रिटायर हो चुके हैं।
भिलाई में संचालित संस्था रवींद्र सुधा के सचिव विश्वजीत सरकार ने बताया कि रवींद्र नाथ टैगोर की 163वीं जयंती पर 12
मई को पूरे देश के 11 राज्यों में एक हजार से ज्यादा कवि रवींद्र काव्यांजलि गाएंगे। भिलाई में छत्तीसगढ़ के 100 से ज्यादा
कलाकार इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे। इसके लिए करीब 9 महीने से तैयारी चल रही है। यह कार्यक्रम 12 मई रविवार को सुबह
10 बजे एक साथ पूरे देश में आयोजित किया जाएगा। भिलाई में सेक्टर-6 कला मंदिर में इसका आयोजन रखा गया है,
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा जा सकेगा। ऐसा पहली बार हो रहा है,
जब हजार कंठ का आयोजन पूरे देश के 11 अलग-अलग राज्यों में एक साथ एक समय पर आयोजित किया जा रहा है। सभी
कलाकार इंटरनेट के वेब कॉस्ट के जरिए एक साथ जुड़ेंगे। यह कार्यक्रम संस्था गीतिमाल्या की ओर से आयोजित किया जा
रहा है जिसमें रुपरेखा और संगीत निर्देशन कोलकाता की अरुंधती देब का है। पूरे गीत एक ही ट्रैक पर चलेंगे और इस ट्रैक
को सभी संस्थाओं को पहले से ही भेज दिया गया है ताकि वे सभी लगातार इस पर प्रैक्टिस कर सकें। सभी 20 गाने का
फाइनल रिहर्सल शनिवार को किया जाएगा।