सरस्वतीनगर थाना क्षेत्र में एक युवक से 14 लाख रुपये की लूट की कहानी फर्जी निकली. दरअसल, पिता ने बेटे को 14 लाख रुपये देकर पुणे, महाराष्ट्र में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही बेटी के बैंक खाते में जमा करने को कहा था.
लेकिन, ऑनलाइन गेम खेलने का आदि बेटा इन पैसों से गेम में चढ़े कर्ज को चुकता करने के इरादे से दोस्त के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी गढ़कर थाने में शिकायत दर्ज करा दी. पुलिस ने जब कड़ाई बरती तो सारी सच्चाई सामने आ गई. पुलिस ने बिस्तर के नीचे छिपाकर रखे 14 लाख रुपये बरामद कर लिया है.
सरस्वतीनगर पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित साकेत तिवारी ऑनलाइन गेम खेलने का आदि है. ऑनलाइन गेम में उसने लाखों रुपये गंवा दिए हैं और लाखों का कर्ज भी उस पर था. सोमवार को साकेत अपनी पत्नी के साथ थाने पहुंचकर बताया कि वह पिता द्वारा दिए गए 14 लाख रुपये को लेकर पत्नी के साथ बैंक में बहन के खाते में जमा कराने जा रहा था.
आमापारा ओवरब्रिज के ऊपर बाइक सवार दो लड़के उसके पास पहुंचे और आंख में मिर्ची पाउडर डालकर दोपहिया के हैंडल में टंगे नोटों से भरा बैग छिनकर फरार हो गए. दिनदहाड़े लूट की घटना होने से पुलिस भी सकते में आ गई.
सरस्वती नगर पुलिस थाने की पुलिस के अलावा ACCU की टीम भी जांच में जुट गई. घटनास्थल की जांच करने पर लूट की तस्दीक न होने पर पुलिस को साकेत की कहानी पर संदेह हुआ, तब उसे थाने में बैठाकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने फर्जी लूट की कहानी गढ़ने की की पूरी सच्चाई बयां कर दी.
साकेत तिवारी ने पुलिस अफसरों का बताया कि पुणे में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर बहन की फीस जमा करने के लिए उसके पिता ने पुरानी संपत्ति बेचकर 14 लाख रुपये उसे दिए थे. वह उस पैसों से अपने ऊपर चढ़ा कर्ज उतारने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी गढ़ी ताकि पिता का सारा ध्यान उस पैसे से हटकर लूट की घटना पर चला जाए. सबसे पहले उसने पूरे रुपयों को अपने बेड के नीचे छिपाकर रख दिया फिर बैग में कागज का बंडल रखकर पत्नी को साथ लेकर बैंक में पैसा जमा करने के बहाने दोपहिया से निकला.
पुलिस टीम ने साकेत की पत्नी से पूछताछ की तो उसने पति का झूठ में साथ देना स्वीकार किया. पुलिस ने साकेत की निशानदेही पर बेड के नीचे रखे सारा पैसा बरामद कर लिया. लूट की झूठी शिकायत दर्ज कराकर पुलिस को घंटों परेशान करने के मामले में अब साकेत तिवारी समेत उसके दोस्तों के खिलाफ अपराध कायम कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है.