प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर छापेमारी की थी. शुक्रवार को जारी की गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक सटोरियों के इन ठिकानों से ₹417 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की गई. इसमें बड़ी तादाद में कैश, सोने-चांदी के जेवर शामिल हैं. ये सारी कार्रवाई भिलाई के रहने वाले ऑनलाइन सट्टा रैकेट चलाने वाले सरगनाओं के खिलाफ की गई थी.
ED की ओर से कहा गया है कि पिछले कुछ सालों में भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ऑनलाइन सट्टा के मुख्य प्रमोटर बने हुए हैं. ये दुबई से अपना कारोबार ऑपरेट कर रहे हैं. दुबई में होने की वजह से ये स्थानीय पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का दावा है कि इनके खिलाफ विदेश में भी गंभीरता से जांच शुरू कर दी गई है. रायपुर की PMLA विशेष न्यायालय ने भी फरार संदिग्धों के खिलाफ गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किए हैं.
ED को जांच में पता चला है कि सट्टेबाजी का ये धंधा बढ़ाने में सटोरियों ने सरकारी संरक्षण हासिल किया है. सटोरियों का एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय दुबई में है. वहां 70% -30% प्रॉफिट रेश्यो में बिजनेस चलता है. सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं.
ED ने पहले छत्तीसगढ़ में छापे मारी की थी. पता चला है कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘संरक्षण राशि’ (प्रोक्टेक्शन मनी) के रूप में रिश्वत दी जा रही थी. उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी में ED है.
ED की ओर से जांच में सामने आए तथ्यों के बाद अधिकारियों ने खुद कहा है कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने UAE में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया है. फरवरी 2023 में, सौरभ चंद्राकर ने दुबई में शादी की और इस विवाह समारोह के लिए, लगभग ₹200 करोड़ नकद खर्च किए. परिवार को लाने-ले जाने के लिए निजी जेट किराये पर लिए गए.
शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर सेलिब्रिटीज को बुलाया गया था. वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर मुंबई से हायर किए गए. हवाला चैनलों का इस्तेमाल कर इन्हें पैसे दिए गए थे. योगेश पोपट नाम के व्यक्ति की कंपनी आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए ₹112 करोड़ पहुंचाए गए थे और ₹42 करोड़ की होटल बुकिंग करवाई गई थी.
ED ने भोपाल में धीरज आहूजा और विशाल आहूजा की रैपिड ट्रैवल्स नाम की कंपनी के दफ्तर में छापा मारा. ये दोनों छत्तीसगढ़ के ऑनलाइन सट्टेबाजों के लिए काम किया करते थे. कोलकाता के विकास छपारिया, गोविद केडिया नाम के लोगों के घरों में छापे मारे गए. पता चला कि सट्टेबाजी का पैसा यहां से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किया जा रहा था.
यहां से ₹236.3 करोड़ की डीमैट होल्डिंग्स को जब्त कर लिया गया है. यहां से 18 लाख कैश, 13 करोड़ के जेवरात भी मिले हैं. ED का दावा है कि सट्टेबाजों के इस रैकेट के सरगनाओं तक पहुंचने की कार्रवाई जारी है.