रायपुर के जरवाय इलाके में बने गौठान में 6 गायों की मौत हो गई. खबर मिलने पर शनिवार को पूर्व मंत्री और BJP के प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत गौठाने पहुंचे. गौठान की खस्ता हालत देख कर मूणत और उनके समर्थकों ने हंगामा कर दिया. मूणत ने बताया कि यहां 6 गाय मृत हालत में पड़ी हुई थीं.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कोई व्यवस्था न होने की वजह से गाय बीमार पड़ रही हैं. भूख प्यास से उनकी मौत हो गई. जरवाय के गौठान में बीते तीन दिनों में कुछ और मवेशियों के मरने की खबर थी. इसी वजह से BJP नेता मुआयना करने पहुंचे थे.
जिस गौठान में गायों की मौत हुई, उसे ठेके पर पूर्व पार्षद और कांग्रेस नेता संदीप साहू संचालित करते हैं. राजेश मूणत ने कहा- हमारे पार्षदों ने 4 महीने पहले शिकायत की थी कि गौठान में चारे पानी की व्यवस्था नहीं हैं.
मूणत ने आगे कहा कि पूर्व पार्षद संदीप साहू ने गौमाता के नाम पर शासकीय योजना की दुर्गति कर उसे व्यापार बना दिया. मूणत ने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने ढाई सौ मवेशियों के रखरखाव के नाम पर चारा-पानी देने के लिए शासन से मिलने वाले पैसे को अपना चारा बना लिया.
BJP नेता काफी देर तक गौठान में रहे. शिकायतों के बाद भी नगर निगम के अधिकारी नहीं पहुंचे. आए भी तो बीमार गायों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं करवा पाए. ये देखकर मूणत ने विरोध किया और धरना दे दिया. समर्थक नारेबाजी करने लगे. एक-एककर बड़ी संख्या में BJP कार्यकर्ता गौठान पहुंच गए.
बवाल बढ़ा तो नगर निगम के अधिकारियों ने राजेश मूणत को आश्वासन दिया कि वो गौठान में उचित व्यवस्था को लेकर कार्रवाई करेंगे. मूणत ने अधिकारियों को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर जिम्मेदाकों पर FIR नहीं हुई तो गायों को लेकर नगर निगम के दफ्तर में धरना दूंगा. जैसे-तैसे मामले को अधिकारियों ने शांत कराया और कार्रवाई की बात कही.
नगर निगम के पूर्व सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने मीडिया को बताया कि पिछले दो दिनों से यहां गायों के मरने की खबर मिल रही थी. जब मैंने पहुंचकर देखा तो चारों तरफ गंदगी और कीचड़ का ढेर लगा था. कई गाय यहां बीमार हैं, हालत देखकर लगता नहीं कि ज्यादा दिन जीवित रह पाएंगी. इन्हें कोई भी चिकित्सीय सुविधा भी नहीं दी जा रही है. जानवरों को यूं ही छोड़ दिया गया है. चारा देखा तो पाया कि उसमें फफूंद लगी हुई थी.
राजेश मूणत ने आरोप लगाया कि गौठान के नाम पर 13 सौ करोड़ रुपए का घोटाला इस सरकार ने किया है. जिसे हम जनता बीच भी ले गए. उन्होंने गायों की मौत के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. कांग्रेस सरकार ने गौठान बनाए लेकिन उन्हें खुला छोड़ दिया. सड़कों पर लगातार घटनाएं हो रही हैं. गौ माता गौठानों की बजाय सड़कों पर दिखती हैं, क्योंकि गौठान में उनके लिए किसी तरह के कोई इंतजाम नही हैं.
5 सितंबर को खबर आई थी कि नवा रायपुर में 20 गायों की मौत हो गई थी. आशंका जताई गई कि खुले में फेंके गए फूड पैकेट्स खाकर इन गायों की मौत हुई होगी. फूड पैकेट्स कांग्रेस के युवा सम्मेलन में बांटे गए थे. तब मंत्री कवासी लखमा जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कही थी.
दरअसल, तूता के मेला ग्राउंड में 2 सितंबर को युवा मितान सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान हुई राहुल गांधी की सभा में लाखों की भीड़ पहुंची थी. यहां अलग-अलग जगहों पर पार्किंग में ही लोगों को फूड पैकेट्स बांटे गए थे, लेकिन लोगों ने वहीं खाना फेंक दिया. कई सील बंद फूड पैकेट्स यहां अब भी पड़े हुए हैं, इस जगह की साफ सफाई नहीं कराई गई थी.