कोंडागांव जिले में प्रदेश का पहला मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है. इस काम के लिए लगभग ₹140 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि, अब तक आधा से ज्यादा काम हो गया है. आने वाले कुछ दिनों के अंदर काम पूरा कर लिया जाएगा. अफसरों का दावा है कि, इस प्लांट के लगने से जिले के किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी. बस्तर के कमिश्नर श्याम धावड़े ने भी मौके पर पहुंच काम का जायजा लिया है.
दरअसल, जिले के कोकोड़ी में प्लांट का निर्माण किया जा रहा है. मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का संचालन मां दंतेश्वरी प्रसंस्करण और विपणन सहकारी समिति करेगी. इस प्लांट में मक्के की आपूर्ति के लिए लगभग 45 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन करवा लिया गया. समर्थन मूल्य पर मक्का उपार्जन के लिए 45 केंद्र बनाए गए हैं. मक्का खरीदी का काम छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम करेगा. प्लांट में हर दिन 200 मेट्रिक टन मक्का की प्रोसेसिंग होगी. जिससे 80 हजार लीटर एथेनॉल तैयार होगा.
बताया जा रहा है कि, प्लांट में 200 से ज्यादा लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा. प्लांट में उत्पादित होने वाला एथेनॉल इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को बेचा जाएगा. खास बात यह है कि, इस प्लांट के लग जाने से निजी निवेशक भी अन्य सहायक उद्योग आसानी से स्थापित कर सकेंगे. ऐसे जिले में रोजगार का द्वार भी खुलेगा. कुछ माह पहले कलेक्टर दीपक सोनी समेत अफसरों ने भी प्लांट निर्माण के लिए श्रमदान किया था.
मक्का प्रोसेसिंग प्लांट में कूलिंग टावर और बॉसिंग बॉल सहित अन्य कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं. साथ ही फर्मेंटेशन कूलिंग टावर का कार्य पूरा हो चुका है. इसके अलावा प्लांट के वेयरहाउस निर्माण का भी काम जारी है. अफसरों का कहना है कि, कोंडागांव जिले में पिछले 3-4 सालों में खरीफ और रबी दोनों सीजन में मक्का उत्पादन को काफी बढ़ावा मिला है. प्लांट की स्थापना से उत्साहित किसान मक्का का रकबा बढ़ा रहे हैं. वर्तमान में कोंडागांव जिले में हर साल 3 लाख 48 हजार 127 मेट्रिक टन मक्का का उत्पादन होता है.