बिलासपुर में तेज रफ्तार पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में 7 साल की बच्ची और एक महिला की मौत हो गई. वहीं, 15 से अधिक लोग घायल हो गए. पिकअप सवार देवी दर्शन कर लौट रहे थे. तभी मोड़ पर ड्राइवर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया और हादसा हो गया. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना कोटा थाना क्षेत्र की है.
मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र के ग्राम सारधा से करीब 35 लोग पिकअप में सवार होकर भनवारटंक स्थित मरही माता देवी दर्शन करने के लिए आए थे. इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. दर्शन करने के बाद जब ये लोग शाम को वापस गांव जा रहे थे, तभी ग्राम सलका नवागांव के पास मोड़ पर पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे के बाद पिकअप सवार चीखते-चिल्लाते रहे.
इस हादसे के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने उनकी मदद की. फिर कोटा पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद कोटा थाने की डायल 112 सहित पेट्रोलिंग गाड़ी मौके पर पहुंची. पुलिस ने 15 से 20 लोगों को अस्पताल पहुंचाया. गंभीर रूप से घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सिम्स रेफर कर दिया गया है. वहीं, कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं. ज्यादातर लोग कोटा अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
टीआई उत्तम साहू ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान पंडरिया क्षेत्र के गंगापुर निवासी कामना यादव पिता राजू यादव (7) और सारधा निवासी दुवशिया यादव पति महेश यादव (35) की मौत हो गई.
पुलिस के अनुसार पिकअप को उसका मालिक खुद ड्राइव कर रहा था. गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी. मोड़ आने पर भी उसने गति कम नहीं की, जिसके चलते वह गाड़ी को नियंत्रित नहीं कर सका और पिकअप पलट गई. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
बताया जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय पिकअप में करीब 35 लोग सवार थे. महिलाओं के साथ ही बच्चों को गाड़ी में ठूंस-ठूंस कर भरा गया था. हादसे की एक वजह ज्यादा सवारी को भी माना जा रहा है.