छत्तीसगढ़ में फिल्म आदिपुरुष को लेकर सियासत तेज हो गई है. केन्द्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने प्रदेश में फिल्म बैन करने की मांग की है. जिसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, सबसे अच्छा तरीका है कि लोग फिल्म को देखने ही न जाएं. क्योंकि फिल्म के बारे में सब कुछ सुन लेने के बाद जबरदस्ती देखने जाना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि पैसा आपका, समय आपका है, आप किस में व्यतीत करना चाहते हैं.
भूपेश बघेल ने आगे कहा, जब इस तरह से हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात होती है तब सेंसर बोर्ड को ये देखना चाहिए था कि जिस तरह से हमारे आराध्य हैं उनके मुख से इस तरह के डायलॉग बुलवाना सही नहीं है, और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
भूपेश बघेल ने फिल्म में पात्रों के चित्रण और डायलॉग को लेकर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि, फिल्म में बजरंग बली से बजरंग दल वाले शब्द बुलवाए गए हैं. हमारे जितने भी आराध्य देव हैं उनकी छवि बिगाड़ने का काम हो रहा है. पहले भगवान राम और हनुमान जी का भक्ति से सराबोर सौम्य चेहरा दिखाई देता था. ये तस्वीर हमारे पुरखों ने बनाई थी. लेकिन इस फिल्म में भगवान राम को युद्धक राम और बजरंगबली को एंग्री बर्ड के तौर पर दिखाया जा रहा है.
इधर छत्तीसगढ़ में फिल्म आदिपुरुष पर बैन लगाने की मांग केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने की है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए ये मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है. उन्होंने फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति भी दर्ज की है. फिल्म आदिपुरुष 16 जून को रिलीज होने के फौरन बाद से ट्रोल हो रही है. आम लोग भी सोशल मीडिया पर फिल्म के निर्माता, निर्देशक और लेखक को काेस रहे हैं. दूसरी तरफ इस फिल्म के मेकर्स 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार होने का दावा भी कर रहे हैं.
आदिवासी विभाग की केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए लिखा- फ़िल्म आदिपुरुष, जो रामायण पर आधारित है. जिसमें हमारे आराध्य श्रीराम, माता जानकी, वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन जिस तरीके से किया गया है. पात्रों के मुंह से जिस प्रकार से भद्दे डायलॉग्स बोले गये हैं, इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से आशा करती हूं कि श्री राम के ननिहाल में इस फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे.