राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों छत्तीसगढ़ को भूमि प्रबंधन के लिए भूमि सम्मान से सम्मानित किया गया है. मंगलवार का दिन बेमेतरा जिला और छत्तीसगढ़ के लिए खास रहा. मंगलवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के सरगुजा और बेमेतरा जिले को भूमि प्रबंधन और प्रशासन के लिए भूमि सम्मान प्लेटिनम सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया. बेमेतरा जिले के कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने राष्ट्रपति के हाथों “भूमि सम्मान” 2023 ग्रहण किया. उनके साथ उनकी टीम डिप्टी कलेक्टर हीरा गवर्ना, सब रजिस्ट्रार वाणी अवस्थी साथ थीं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेमेतरा जिले को सम्मान मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दी.
बता दें कि प्लेटिनम श्रेणी उन जिलों को दी जाती है जिन्होंने DILRMP के संबंधित मुख्य घटकों में संपूर्णता यानि शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है. देश के 9 राज्य सचिवों और 68 जिला कलेक्टरों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए “भूमि सम्मान” प्रदान किया गया. छत्तीसगढ़ के दोनों ज़िलों सरगुजा और बेमेतरा ने डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (DILRMP) में संपूर्णता प्राप्त करने में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. इस सम्मान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश को भूमि प्रबंधन के लिए सम्मान मिलना पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है. डिजिटल इंडिया लैंड रिकार्ड मार्डनाइजेशन प्रोग्राम (DILRMP) के अंतर्गत प्रदेश में बेहतर काम हुए है, जिससे आम लोगों को भूमि संबंधी जानकारियां मिलना आसान हुआ है.
गौरतलब है कि डिजिटल इंडिया लैंड रिकार्ड मार्डनाइजेशन प्रोग्राम (DILRMP) के अंतर्गत प्रदेश में भूमि प्रबंधन से जुड़े 95% कार्य पूर्ण हो चुके हैं. इसी तरह भूमि प्रबंधन से जुड़े चार घटकों, लैंड रिकार्ड का डिजिटाइजेशन, पंजीयन कार्यालय से समन्वय, मॉडल रिकार्ड रूम की स्थापना में प्रदेश के सरगुजा और बेमेतरा जिले में शतप्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके हैं. ये जिले भूमि प्रबंधन में देश के शीर्ष जिलों में शामिल हैं.
नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति के हाथों राज्य स्तर पर राजस्व विभाग के सचिव नीलम नामदेव एक्का, महानिरीक्षक पंजीयन किरण कौशल एवं भू-अमिलेख के संचालक रमेश शर्मा सहितत बेमेतरा कलेक्टर पीएस एल्मा और सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने यह सम्मान ग्रहण किया. पुरस्कार समारोह में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, और केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल, भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव सोनमणि बोरा उपस्थित थे.