छत्तीसगढ़ में मानसून की वापसी के बाद लगातार बादल बरस रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम तैयार हो गया है, जिसका असर 3 से 4 दिनों तक रहेगा. हालांकि इस सिस्टम से सबसे ज्यादा बारिश बस्तर संभाग में ही हो रही है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में बस्तर संभाग में भारी से अतिभारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम का असर मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ में नहीं रहेगा. इस कारण यहां लोगों को उमस परेशान कर सकती है. राजधानी रायपुर में भी कल से बारिश थम गई है और आज भी भारी बारिश की उम्मीद नहीं है. मंगलवार को दिनभर शहर में हल्के बादल छाए रहे और उमस जैसी स्थिति बनी रही. बारिश नहीं होने की वजह से दिन का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. बुधवार सुबह से रायपुर में आसमान साफ है और धूप निकली हुई है.
हफ्तेभर के इंतजार के बाद मानसून बंगाल की खाड़ी में वापस आया है और इसके प्रभाव से राज्य में बारिश की गतिविधि बनी हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश पखांजूर में 140 मिमी हुई है. बीते 24 घंटे में बारिश का सबसे ज्यादा असर बस्तर संभाग के इलाके में नजर आया. पखांजूर में 140 मिमी, बीजापुर, सुकमा, धमधा 70 मिमी, उसूर बेरला, छुरा में 60 और अन्य कई इलाकों में पांच से लेकर एक सेमी तक बारिश होती रही.
प्रदेश के 11 जिलों में बारिश का हाल सामान्य से भी कम है. मौसम विभाग के आंकड़ों के हिसाब से 1 जून से 18 जुलाई के बीच राज्य में 339.1 मिमी बारिश हो चुकी है. प्रदेश के तीन जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है, जबकि 11 जिले में कम बारिश हुई है. सरगुजा जिले में सूखे की स्थिति है. राजधानी रायपुर में अब तक 437.9 मिमी यानी सामान्य से 15% ज्यादा बारिश हो चुकी है.
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि वर्तमान में मानसून द्रोणिका अंबिकापुर के ऊपर स्थित है. एक ऊपरी हवा का चक्रवात उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे तटीय ओडिशा के ऊपर तक फैला हुआ है. इसके प्रभाव से अगले 48 घंटे में एक निम्नदाब का क्षेत्र इसी स्थान पर बनने की संभावना है, जिसके प्रभाव से प्रदेश में बारिश की संभावना अभी 2 से 3 दिनों तक रहने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे बस्तर संभाग में ही सबसे ज्यादा बारिश होगी.