राजधानी रायपुर शहर के 70 वार्डों में खुली नालियां और नाले जाम होने की वजह से शहर की खूबसूरती को ग्रहण लगा हुआ है. वहीं आम जनता बारिश में जलभराव, चारों तरफ फैले गंदगी और मच्छरों के प्रकोप से परेशान है.
निगम प्रशासन के साथ राज्य सरकार ने आम जनता हो रही परेशानी को ध्यान में रखकर खुली नालियों को ढकने के साथ नाला निर्माण के लिए आखिरकार करोड़ों का बजट जारी कर दिया है. नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द नालियों को ढकने का काम शुरू किया जायेगा. नालियां ढंक जाने से मच्छर का प्रकोप खत्म होगा वहीं गंदगी भी नहीं फैलेगी.
रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों की नालियां सालों से खुली हुई हैं. खुली नालियों से जहां दुर्घटना होने का अक्सर अंदेशा बना हुआ रहता है. वहीं मच्छर पनपने से संक्रामक बीमारी फैलने, बारिश में सड़क पर जलभराव की समस्या आम है. साथ ही नालियों से दुर्गंध आ रही है, जिससे आने-जाने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. खुली नाली होने से सड़क का पूरा कचरा नाली में जा रहा है. यही नहीं, कई लोग भी अपने घरों का कचरा इसी में डाल दे रहे हैं. शहर में करीब 20 लाख आवादी निवासरत है. वार्डों में खुली नालियां और बड़े नाले जाम होने से राजधानी की जनता के लिए आफत बन गई है.
शहर में थोड़ी भी बारिश होने पर नालियों का गंदा पानी सड़क पर आ जाता है। निगम के कई वार्डों में नालियां टूट गई हैं. दरअसल सालों से नालियों की मरम्मत नहीं होने से यह स्थिति बनी हुई है. शहर के रिंग रोड, गोरखा कालोनी, सिंचाई कालोनी, न्यू शांति नगर, नूरानी चौक, टिकरापारा,खमतराई, रामनगर, जीई रोड,पुरानी बस्ती, कुशालपुर, देवेंद्रनगर, फाफाडीह, रेलवे स्टेशन रोड,पुराना बस स्टैंड, मल्टीलेबल पार्किंग के पीछे, बांसटाल, मौदहापारा, गोलबाजार आदि इलाकों की ज्यादातर नालियां खुली हुई है.
लोगों ने अपने घर के बाहर आने-जाने के लिए खुद ही नालियों को ढंका है, जिससे वह आसानी से आ-जा सकें. लोगों का कहना है कि निगम के पास बजट का प्राविधान होने के बाद भी काम क्यों शुरू क्यों नहीं किया जा रहा है? वहीं,विपक्ष का आरोप है कि निगम के पास फालतू पैसा खर्च करने के लिए बजट है, लेकिन नालियों को ढंकने के लिए बजट का रोना रोया जाता है.
महापौर एजाज ढेबर ने कहा, खुली नालियों को ढ़कने और बड़े नालों का निर्माण करने के लिए शासन से बजट प्राप्त हुआ है. जल्द से जल्द इसका काम शुरू करने के निर्देश निगम के अधिकारियों को दिए गए हैं. प्रारंभिक रूप में एक मोहल्ले में 40 लाख का बजट बनाया गया है.
-यतियतन लाल वॉर्ड क्रमांक 4 के गंगानगर में शिव मंदिर से लेकर रेलवे लाइन तक नाला मरम्मत और निर्माण का काम- ₹45.10 लाख की लागत
-अनुपमनगर रेलवे पुलिया के पास से ई ब्लाक तक नाला निर्माण- ₹200 लाख की लागत
-जयस्तंभ चौक से शहीद स्मारक,एवरग्रीन चौक से मिलेनियम प्लाजा होते हुए रजबंधा मैदान पुराने नाला तक नाला निर्माण- ₹297.33 लाख की लागत
-वामनराव लाखे वॉर्ड क्रमांक 66 अंतगर्त डूमरे निवास से कार्नर हाउस कैफे रिंग रोड नंबर एक तक आरसीसी नाला निर्माण- ₹25.96 लाख लागत
-बंधवापारा तालाब क्षेत्र में हनुमाननगर के पास,हनुमाननगर वॉर्ड क्रमांक 66 में नाला और पुलिया निर्माण- ₹48.94 लाख लागत
-पंडित दिनदयाल उपाध्याय वॉर्ड क्रमांक 41 के अंतगर्त केंद्रीय विद्यालय से बनाफर निवास होते हुए सेंचुरी कालोनी तक आरसीसी नाला निर्माण- ₹27.11 लाख लागत
-ISBT के पास नाके से रिंग रोड पुलिया तक नाला निर्माण- ₹142 लाख लागत
वॉर्ड क्रमांक 19 और 2 के प्रगतिनगर, टीचर कालोनी, सीतानगर और कबीरनगर क्षेत्र में नाला निर्माण- ₹300 लाख लागत
-माधवराव सप्रे वॉर्ड क्रमांक 69 अंतगर्त पीहर मैरिज पैलेस के पास स्थित चिंगरी नाला में पुलिया और नाला निर्माण- ₹49.86 लाख लागत
-कुशाभाऊ ठाकरे वॉर्ड क्रमांक 7 के दयानगर क्षेत्र में आरसीसी नाला निर्माण- ₹103.79 लाख लागत
-आनंदनगर, गायत्रीनगर, कवितानगर, जलविहार, कचना तक नाला निर्माण- ₹456.49 लाख लागत
-कुशाभाऊ ठाकरे वॉर्ड क्रमांक 7 में रहेजा स्काई स्केप से नाला कल्वर्ड, बाजार चौक होते हुए एकता चौक तक नाला निर्माण- ₹100.69 लाख लागत
-निगम क्षेत्र में नाली कवर का काम- ₹40 लाख लागत
फैक्ट फाइल
-4 हजार किलोमीटर तक फैली हुई है नाली
-70 वॉर्ड रायपुर नगर निगम
- 4 लाख नगर निगम अंतर्गत मकान
-20 लाख रायपुर की आबादी
-₹40 लाख एक मोहल्ले का बजट