छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी मेडिलक कॉलेज अस्पतालों के जूनियर डाक्टर स्टायपेंड बढ़ाए जाने की मांग को लेकर 1 अगस्त को OPD का बहिष्कार करेंगे. वहीं, 2 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. इसमें बांडेड सीनियर रेसीडेंट व इंटर्न छात्र भी शामिल होंगे. जूनियर डॉक्टर समेत हड़ताल करने वाले छात्रों की संख्या 2000 से अधिक है. जूनियर डॉक्टर गुरुवार से काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं. दूसरी ओर प्रदेश की सभी नर्सें 11 अगस्त को सामूहिक अवकाश लेंगी. 21 अगस्त से वे बेमुद्दत हड़ताल पर जाएंगी.
जूनियर डॉक्टर व नर्सों की हड़ताल से अस्पतालों का कामकाज ठप होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. जूनियर डॉक्टर और इंटर्न छात्र सालभर से स्टायपेंड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. वे इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से भी मिल चुके हैं. बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेजों की ओर से भी शासन को स्टायपेंड बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है.
वर्तमान में जूडो को ₹53,550 से लेकर ₹59,220 स्टायपेंड मिल रहा है. वे इसे बढ़ाकर ₹95,488 से ₹1.01 लाख प्रति महीने करने की मांग कर रहे हैं. यह स्टायपेंड वर्तमान में संविदा असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिल रहे वेतन से ज्यादा है. इंटर्न छात्रों को ₹12,500 व बांडे एसआर को ₹55 हजार स्टायपेंड मिलता है. जूनियर डॉक्टरों का दावा है कि दूसरे राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में स्टायपेंड कम दिया जा रहा है. जबकि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है.