ऑनलाइन सट्टा ऐप का संचालन करने वालों ने दुर्ग के युवक को गोवा में बंधक बना कर उसके परिजनों से ₹20 लाख की फिरौती मांगी थी. युवक के पिता ने इसकी शिकायत दुर्ग पुलिस से की. एसपी ने तुरंत एक टीम बनाकर गोवा भेजा. बताया जा रहा है कि वहां मट्टू नाम के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले के साथ ही पुलिस ऑनलाइन सट्टा के एक पैनल का भी खुलासा करेगी.
दुर्ग निवासी सुयश ताम्रकार एक महीने पहले ऑनलाइन सट्टा पैनल चलाने के लिए गोवा गया था. उसे दीपक नेपाली के माध्यम से भेजा गया. पैनल चलाने के दौरान उन्हें घाटा लग गया. इस पर स्मृति नगर भिलाई निवासी मट्टू नाम के आरोपी ने उसे गोवा में ही बंधक बना लिया. उसे कमरे से कहीं जाने नहीं दिया जाता था. फ्री में पैनल का काम कराने के साथ ही शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. सुयश ने जब घर जाने की जिद्द की तो मट्टू ने सुयश के पिता को फोन करके बताया कि उसका बेटा उनके पास बंधक है. अगर जिंदा देखना चाहते हो तो ₹20 लाख दे दो. उसके बाद वो उसे छोड़ देंगे.
बेटे को बंधक बनाए जाने की सूचना से परिजन घबरा गए. सुयश के पिता ने भिलाई नगर CSP निखिल राखेचा के पास मदद की गुहार लगाई. राखेचा ने इसकी जानकारी दुर्ग SP शलभ कुमार सिन्हा को दी. SP ने तुरंत CSP निखिल राखेचा और प्रभात कुमार के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया. उस टीम को दो दिन पहले गोवा भेजा गया. टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर सुयश को सुरक्षित बचा लिया और वहां से मट्टू को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड में लेकर दुर्ग लाएगी.
दुर्ग पुलिस ने बंधक बनाए गए युवक को सुरक्षित बचाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही गोवा से ऑनलाइन सट्टा ऐप के बड़े पैनल को भी उखाड़ फेंका है. पुलिस ने वहां से कई लोगों को गिरफ्तार किया है. जल्द ही पुलिस दोनों मामलों का खुलासा करेगी.
ऑनलाइन सट्टा के रकम की वसूली के लिए बंधक या अपहरण बनाने की ये पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी 23 जुलाई को धमतरी के दो युवकों को भोपाल से बंधक बनाकर भिलाई लाया गया था. इसके बाद उन्हें सुपेला स्थित होटल हेरिटेज में बंधक बनाकर रखा गया था. इस मामले में दोनों युवकों को सुरक्षित बचाते हुए दुर्ग पुलिस ने शाहरुख खान समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 10 दिन बाद फरार आरोपी भल्लादेव को भी गिरफ्तार किया गया.
इसी दौरान चौहान ग्रीन वैली भिलाई निवासी बलजीत सेठिया ने अपने साले मलकीत सिंह उर्फ बब्बी के साथ मिलकर पिस्टल की नोंक पर सेक्टर 7 निवासी सरकार टंडन (33 वर्ष) का अपहरण किया. उसे अपनी कार में घुमाकर पिस्टल की नोक पर ₹5 लाख की फिरौती की मांग की और फिर जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से पिस्टल जब्त किया था.
भिलाई के कैंप क्षेत्र में रहने वाला दीपक नेपाली को ऑनलाइन सट्टा का संचालन करने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने वसूली का काम देकर रखा है. दीपक नेपाली दुर्ग जिले से बाहर रहकर लोगों का अपहरण करवाता है और उनके घरवालों को जान से मार देने की धमकी देकर फिरौती की मांग करता है. दुर्ग पुलिस दीपक नेपाली को कई महीनों से तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है.