मनेंद्रगढ़ जिले में रहने वाली अंजली बैगा के साथ कुछ किस्मत, कुछ सरकारी सिस्टम ने गड़बड़ी कर दी. बच्ची को 12वीं में विशेष जनजाति संवर्ग में सबसे अधिक नम्बर मिले, मगर इसकी जगह दूसरी बच्ची को इस कैटेगरी में टॉपर बता दिया गया. उस बच्ची ने सरकारी कार्यक्रम हैलीकॉप्टर जॉय राइड में हैलीकॉप्टर की सैर भी कर ली.
अब इस मामले में बच्ची ने अपनी शिकायत की, मीडिया में खबर सामने आने के बाद, स्थानीय अफसरों के जरिए मामला माध्यमिक शिक्षा मंडल में पहुंचा. मंडल ने अब बच्ची के मेरिट में शामिल करने और हैलीकॉप्टर राइड कराने का निर्णय किया है.
मामले में जानकारी माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल के पास पहुंची. गोयल ने बताया कि हमने बच्ची के सभी डॉक्यूमेंट जांचे. पता चला कि बच्चे ने परीक्षा जनरल कैटेगरी से दे दी. अपनी जाति सम्बंधी डॉक्यूमेंट नहीं दिए. स्कूल को भी ध्यान रखना था. बच्ची बैगा समुदाय से है.
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव ने बताया कि मई में जारी की गई मेरिट सूचि आंशिक थी. कई बार बच्चे कॉपी फिर से जांच करवाते हैं, कई बार नंबर में बदलाव होता है. फाइनल मेरिट सूचि जारी की जाती है. तो मनेंद्रगढ़ की बच्ची भी जनजाति कैटेगरी की वजह से मेरिट सूचि में शामिल की जाएगी, अन्य बच्चों के भी नाम जुड़ेंगे. इन्हें अगले साल जब हैलीकॉप्टर राइड होगी तो इनका नाम प्राथमिकता में जोड़कर इन्हें भी सुविधा दी जाएगी. फिलहाल हम मेरिट सूचि में मनेंद्रगढ़ की बच्ची को शामिल कर रहे हैं और उसे टॉपर्स को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी.
अंजली बैगा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल बहरासी की नियमित छात्रा रही है. जिसने सत्र 2022-23 में विज्ञान विषय के साथ 12वीं क्लास पास की है. उसने अपने शिकायती लेटर में लिखा है कि, मुझसे कम अंक प्राप्त करने वाली सुनीता बैगा को प्रथम स्थान में दिखाया गया है.
सुनीता बैगा स्वामी आत्मानंद स्कूल जनकपुर की छात्रा है. जिसे विशेष जनजाति संवर्ग में फर्स्ट रैंक दिखाकर प्रोत्साहित और पुरुस्कृत भी किया गया. जिसके कारण छात्रा अंजली बैगा जायज पुरुस्कार से वंचित हो गई है. उसने पत्र लिखकर मांग की है कि, विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की वरियता को ठीक किया जाए. मंडल ने इस त्रुटिक को ठीक कर लिया है. सुनीता को भी मेरिट में रखा जाएगा और अब अंजली को भी.
दरअसल मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक विशेष पिछड़ी जनजाति संवर्ग की प्रवीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र / छात्रा को प्रोत्साहन के रूप में ₹1.50 लाख मिलते हैं. इसके अलावा हेलीकाप्टर राइड और प्रशस्ति प्रमाण पत्र दिया जाता है.