छत्तीसगढ़ में उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है कि बीते डेढ़ माह से रसोई का जायका बिगाड़ने वाला टमाटर अब सस्ता होने लगा है. 10 दिन पहले ही 200 रुपये किलो पार हो चुका टमाटर गुरुवार को थोक सब्जी बाजार में 60 से 70 रुपये किलो और चिल्हर में 90 से 100 रुपये किलो बिका. सब्जी कारोबारियों का कहना है कि टमाटर की आवक अब बढ़ने लगी है. बेंगलुरू के साथ ही टमाटर की आवक अब महाराष्ट्र से भी होने लगी है. 15 अगस्त के बाद से इसकी कीमतों में और गिरावट के आसार है.
गुरुवार को गोलबाजार, आमापारा, टिकरापारा, संतोषीनगर सहित विभिन्न बाजारों में टमाटर 90-100 रुपये किलो, गोभी 60-70 रुपये किलो, पत्ता गोभी 30 रुपये किलो, बैगन 30 रुपये किलो, भिंडी 40 रुपये किलो बिकी. सब्जी कारोबारियों का कहना है कि अब सब्जियों की आवक में सुधार हो रहा है और आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमतों में और गिरावट आएगी. मालूम हो कि इस वर्ष टमाटर की कीमतों में पहली बार इतनी रिकार्ड तेजी आई है और थोक में ही टमाटर पहली बार 3800 से 4000 रुपये कैरेट तक बिका है. साथ ही चिल्हर में भी टमाटर 210 रुपये किलो तक बिका है. जून आखिरी सप्ताह से टमाटर के दाम बढ़ने शुरू हो गए थे और इसका असर यह हुआ था कि घर की रसोई के साथ ही होटलों में सलाद से भी टमाटर गायब हो चुका है.
आवक अच्छी होने के कारण इस वर्ष आलू-प्याज की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है. चिल्हर में आलू व प्याज दोनों ही 20 से 25 रुपये किलो तक बिक रहा है. कारोबारियों का कहना है कि इनकी आवक भरपूर है और अभी किसी भी प्रकार से तेजी के आसार नहीं है.
थोक सब्जी व्यावसायी संघ के अध्यक्ष टी श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि टमाटर की आवक अब बढ़ने लगी और अगले सप्ताह से यानी 15 अगस्त के बाद से आवक और सुधरने की उम्मीद है. इससे टमाटर की कीमतें और सस्ती होगी.