प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह 11 बजे सट्टेबाजी में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला मामले में मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा तथा उन्हीं के दो OSD मनीष बंछोर और आशीष वर्मा को अपने दफ्तर बुलाया और पूछताछ शुरू कर दी. खबर फैलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेसी ED दफ्तर के सामने इकट्ठा हो गए और जमकर प्रदर्शन किया. तीनों से ED दफ्तर में रात तक पूछताछ चली. तब तक प्रदर्शनकारी डटे रहे. पूछताछ का ब्योरा नहीं मिला है.
ED ने इस मामले में 5 दिन पहले ASI चंद्रभूषण वर्मा समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. बताया गया है कि इन्हीं लोगों से मिली सूचनाओं के आधार पर पूछताछ शुरू की गई है. ED 23 अगस्त को विनोद वर्मा तथा दोनों OSD के घर छापेमारी कर चुकी है. इसके बाद ही बीजापुर से ASI चंद्रभूषण को गिरफ्तार किया गया था, वह अभी ED की रिमांड में है. उसी से पूछताछ में जो जानकारी मिली है, बताते हैं कि ED ने उन्हीं की पुष्टि के लिए तीनों को पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया है. पता चला है कि खबर है कि ED ने पहले तीनों को एक साथ बिठाकर उनसे जानकारी ली.
उनसे अलग-अलग पूछताछ की गई. बाद में फिर एक साथ बिठाकर उन तमाम बिंदुओं पर क्रॉस चेक किया गया है. हालांकि ED की ओर से अधिकृत तौर पर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. छत्तीसगढ़ में सट्टेबाजी पर ED की कार्रवाई के बीच ये चर्चा है कि NIA ने श्रीलंका में छापेमारी कर यहां रैकेट ऑपरेट करने वाले मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को पकड़ लिया है.
उसके साथ रवि उप्पल भी है, जो अभी फरार बताया गया है. दोनों सालभर पहले से दुबई में हैं और वहीं से सट्टेबाजी को ऑपरेट कर रहे थे. खबर है कि कुछ दिनों से सौरभ श्रीलंका में था. वहीं उसे घेरा गया है. सौरभ को भी भनक लग गई थी कि वह पकड़ा जा सकता है, इसलिए वह श्रीलंका से भागने की कोशिश में पकड़ा गया. उसे कानूनी तरीके से भारत लाने के प्रयास शुरू करने की बातें भी आ रही हैं.
छापों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने राजधानी रायपुर में ED दफ्तर के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान केन्द्र सरकार और ED के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. नेताओं ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को परेशान करने का आरोप लगाते हुए भाजपा शासनकाल में हुए घोटालों और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच भी मांग भी की. इस दौरान एजाज ढेबर, प्रमोद दुबे, कुलदीप जुनेजा, गिरीश दुबे, डॉ. राकेश गुप्ता, सुशील आनंद शुक्ला, अजय साहू, धनंजय ठाकुर, सुमीत दास आदि नेता मौजूद थे.