कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2 सितंबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के दौरे पर आ रहे हैं. वे यहां आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित करेंगे. प्रदेश में कुछ महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. जिसे देखते हुए सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस की नजर यूथ वोट बैंक पर हैं. माना जाता है कि युवा मतदाता प्रदेश में किसी भी पार्टी की जीत-हार का गणित बदल सकते हैं.
प्रदेश में करीब 48 लाख ऐसे यूथ वोटर्स हैं, जिनकी उम्र 18 से 29 साल के बीच है. इनमें फर्स्ट टाइम वोट करने वाले यूथ की संख्या लगभग 4 लाख 43 हजार है. इसलिए दोनों ही पार्टियां यूथ पर फोकस कर रही हैं. युवाओं का दिल जीतने की पूरी कोशिश की जा रही हैं. रायपुर में होने वाली राहुल गांधी की सभा भी इसी रणनीति का हिस्सा है.
युवाओं पर फोकस करने की वजह फैक्ट फाइल के साथ
- प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या – 1.97 करोड़
- पुरूष मतदाता – 98.2 लाख
- महिला मतदाता – 98.5 लाख
- दिव्यांग – 1.47 लाख
- थर्ड जेंडर – 762 थर्ड जेंडर मतदाता हैं
- फर्स्ट टाइम वोटर्स – 4 लाख 43 हजार
- 18 से 29 साल के बीच वोटर्स – लगभग 48 लाख
कांग्रेस पूरी चुनावी रणनीति के तहत राष्ट्रीय नेताओं की सभा छत्तीसगढ़ में आयोजित कर रही है और राहुल गांधी को लेकर युवाओं में क्रेज बरकरार है इसलिए राहुल सीधे युवाओं से बातचीत करेंगे. इससे पहले लेह में भी राहुल गांधी ने युवाओं से बात की थी और अब बारी छत्तीसगढ़ की है.
युवाओं को लेकर कांग्रेस के दावे
- घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ते के वादे को पूरा किया 1 लाख 22 हजार 625 युवाओं के खाते में पिछले पिछले 4 महीनों में लगभग ₹112 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारी भत्ता जारी किया है.
- प्रदेश भर में 13269 राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया. क्लब को सालाना ₹1 लाख तक अनुदान दिया जा रहा है.
- चुनावी साल में सरकार ने PSC, शिक्षक, फॉरेस्ट गार्ड, पुलिस जैसे कई विभागों में बंपर भर्तियां निकाली है.
- शैक्षणिक स्तर पर हुनर की जानकारी लेकर प्रशिक्षण दिला रही सरकार
युवाओं को लेकर बीजेपी की दावे
- बीजेपी सांसद और नेता युवाओं से संवाद कर रहे हैं और मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियां बता रहे हैं.
- PSC भर्ती में कथित गड़बड़ी को लेकर भाजयुमो बड़ा आंदोलन कर चुकी है. इसके अलावा अन्य भर्तियों में भी भ्रष्टाचार के आरोप बीजेपी लगा रही है.
- बेरोजगारी भत्ते को लेकर भी बीजेपी सवाल उठा रही है, बीजेपी नेताओं का कहना है कि 10 लाख युवाओं को भत्ता मिलना चाहिए था लेकिन नियम इतने जटिल बनाए की कई युवा भत्ते से वंचित रह गए.
चुनाव से पहले ही बीजेपी ने कर दिए ये बड़े ऐलान
- जितनी परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई है सभी को रद्द करके फिर से परीक्षा करवाएंगे.
- हर प्रतिभागी की आंसर शीट को ऑनलाइन कार्बन कॉपी उपलब्ध कराएंगे. 100% पारदर्शिता होगी.
- PSC के हर एग्जाम सेंटर में परीक्षा के दौरान वीडियो ग्राफी करवाई जाएगी.
- UPSC और PSC की परीक्षा में कई बार तारीख का क्लेश होता है भाजपा की सरकार आने के बाद दोनों परीक्षाओं में आसानी से प्रतिभागी भाग ले सकें इस तरह का कैलेंडर तैयार करेंगे.