छत्तीसगढ़ सहित देशभर में लगातार यात्री ट्रेनों को रद्द करने और रेलवे को निजी हाथों में सौंपे जाने के विरोध में कांग्रेस 13 सितंबर को प्रदेशभर में रेल रोको आंदोलन करेगी. राज्य के सभी रेलवे स्टेशनों पर कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे.
इससे पहले 9 सितंबर को सभी जिलों मुख्यालयों में केंद्र के नाम ज्ञापन सौंपेंगे. फिर अगले तीन दिन 10 से 12 सितंबर तक प्रदेशभर में पोस्टर-पैमपलेट बांटकर और चस्पा कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पिछले साढ़े चार साल में छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 67 हजार से अधिक यात्री ट्रेनें रद्द की गई. इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित 9-9 सांसद मौन क्यों हैं?
कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर छत्तीसगढ़ का हक मारने का आरोप लगाया है. छत्तीसगढ़ रेलवे के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के तहत आता है. इस जोन से केंद्र की मोदी सरकार को 20 से 22 हजार करोड़ रुपए सालाना भाड़े के रूप में मिलता है. 2020 की तुलना में 2021-22 में इसमें 38 फीसदी की वृद्धि हुई.
कांग्रेस का आरोप है कि इसके बावजूद छत्तीसगढ़ की पिछले 9 साल से मोदी राज में उपेक्षा हुई. छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा रहा है. ऐन त्योहार और ऐसे मौके जब लोगों को देश के दूसरे हिस्सों में जाने की जरूरत पड़ती है, तभी ट्रेनें रद्द कर दी जाती हैं. इस साल सितंबर में ही 2 से 8 तारीख तक 22 ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं.
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री रेल सेवा को खत्म करने का साजिश रच रही है. वर्षों से भारतीय रेलवे आम जनता का भरोसेमंद, सस्ता और सुलभ परिवहन साधन है. इसे मोदीराज में खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड़यंत्र रचा जा रहा है.
बिना कोई कारण बताये, बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को अचानक रद्द कर दिया जाता है. यात्री ट्रेनों को महीनों, हफ्तों तक बंद करने का फरमान जारी कर दिया जाता है. महीनों पहले यात्रा की योजना बना कर रिजर्वेशन कराने वाले लोगों की परेशानी से रेलवे को और केंद्र सरकार को कोई मतलब नहीं. देश की आजादी के बाद ऐसी स्थिति केवल मोदी सरकार में आई है.
सात सितंबर को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के एक वर्ष पूरे होने पर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश के हर जिले में भारत जोड़ो सम्मेलन का आयोजन करेगी. इसके लिए जिलों के प्रभारी नियुक्त किए गए है. सांसद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को रायपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है.
उपमुख्यमंत्री TS सिंहदेव को सरगुजा, चरणदास महंत को जांजगीर-चांपा, शिवकुमार डहरिया को बिलासपुर, ताम्रध्वज को दुर्ग, रविंद्र चौबे को बेमेतरा, मोहम्मद अकबर को कवर्धा सहित 33 जिलों में प्रभारी नियुक्त किए गए हैं. हर जिले में सम्मेलन का आयोजन होगा.
प्रदेश कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा और केंद्र सरकार दावा करती है कि मेंटनेंस के कारण ट्रेनें रद्द की जाती हैं. जब मेंटनेंस के कारण यात्री ट्रेन रद्द की जाती है तो फिर उसी ट्रैक पर मालगाड़ियां कैसे चलाई जा रही हैं?
न सिर्फ मालगाड़ियां चल रही हैं, बल्कि उनकी संख्या दोगुनी कर दी गयी है. छत्तीसगढ़ की धरती रत्नगर्भा है. हमारे यहां कोयले का प्रचूर भंडार है. इसका मतलब यह तो नहीं कि खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा. कांग्रेस ने पूछा कि जिन रूट्स पर यात्री ट्रेनों को बंद किया गया वहां धड़ल्ले से मालवाहक ट्रेनें कैसे चलती हैं? यात्री ट्रेनों को चलाने में क्या परेशानी होगी? सवारी ट्रेनों से 50 गुना ज्यादा वजन लेकर मालगाड़ियां चल सकती हैं तो सवारी गाड़ियों को क्यों रद्द किया जाता है?