कोरबा में मां-बेटे ने गर्मी और बीमारी को दूर करने धतूरे के फल को खा लिया, जिससे दोनों की हालत बिगड़ गई और बेहोश होकर घर में गिर गए. परिजनों ने सोमवार को आनन-फानन में कोरबा जिला अस्पताल मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया, जहां इलाज जारी है. CSEB चौकी क्षेत्र के मानस नगर के रहने वाले हैं.
मां-बेटे को किसी ने बताया था कि धतूरे के फल का सेवन करने से गर्मी और बीमारी से राहत मिलती है. फल को खाने के कुछ ही देर बाद दोनों की हालत बिगड़ गई. मां की हालत तो स्थिर है, लेकिन बेटे की गंभीर बनी हुई है. मां का नाम निर्मला विश्वकर्मा और बेटे का बालमुकुंद है.
मां-बेटे ने आंगन में मौजूद शिवलिंग पर चढ़े धतूरा, बेल पत्र सहित अन्य फूल पत्तियों को मिक्सर में पीसकर उसका सेवन कर लिया. इसके बाद दोनों की तबीयत बिगड़ गई.
बताया जा रहा है कि बेटा अभी भी बेहोशी की हालत में है. इस घटना से एक बार तो साबित होती है कि बिना जाने परखे किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए. किसी भी दवाई या अन्य चीजों को खाने से पहले डॉक्टर या उससे संबंधित जानकारों से सलाह लेकर ही सेवन करें.