तेलीबांधा चौक पर 3 किमी लंबे फ्लाईओवर मंजूरी मिल गई है. एक्सप्रेस-वे के ओवरब्रिज से शुरू होकर ये फ्लाईओवर जोरा के पास कृषिविवि कॉलोनी के पास समाप्त होगा. इस फ्लाईओवर से तेलीबांधा चौराहे के अलावा VIP तिराहा और अग्रसेन धाम चौक के ऊपर से गुजरेगा. यानी एक फ्लाईओवर से तीन-तीन चौराहों का ट्रैफिक कम होगा. बुधवार को मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक में फ्लाईओवर को मंजूरी दे दी गई है. ये राज्य का सबसे लंबा फ्लाईओवर होगा. इस पर करीब 485 करोड़ खर्च किए जाएंगे.
फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट पर पिछले करीब 3 साल से काम चल रहा है. पहले ये प्राेजेक्ट केवल तेलीबांधा चौक के ऊपर से गुजारने के हिसाब से लाया जा रहा था. बाद में इसकी लंबाई बढ़ाई गई, क्योंकि फ्लाईओवर VIP तिराहे के पास समाप्त हो रहा था. ऐसा होने से VIP तिराहे का ट्रैफिक प्रभावित हो रहा था. उसी के बाद इसका डिजाइन बदला गया.
धीरे-धीरे इसकी लंबाई बढ़ाकर अग्रसेन धाम चौक के आगे तक बढ़ा दी गई है. लंबाई बढ़ाने से अब तेलीबांधा के साथ-साथ VIP तिराहे और अग्रसेनधाम चौक पर भी ट्रैफिक का दबाव कम होगा. PWD विभाग जल्द ही फ्लाईओवर का शिलान्यास करेगा. इसके बनने से हावड़ा और मुंबई की तरफ जाने वाले वाहनों को तेलीबांधा सिग्नल पर नहीं रुकना पड़ेगा और लोगों को जाम से निजात मिलेगी.
तेलीबांधा फ्लाई ओवर तकरीबन 2900 मीटर यानी लगभग 3 किमी लंबा होगा. इसकी चौड़ाई 24 मीटर होगी. इसे 6 लेन बनाया जाएगा. इसमें तीन लेन आने और तीन लेन के लिए के लिए होगी. दुर्ग, भिलाई और राजनांदगांव की तरफ जाने वाले तथा हावड़ा की तरफ से आने वाले वाहन सीधे निकल जाएंगे. वहीं शहर में आने वाली गाड़ियां ब्रिज के ऊपर से सीधे तेलीबांधा थाने के सामने उतरेगी.
नेशनल हाइवे होने की वजह से तेलीबांधा चौक से 24 घंटे बड़ी-बड़ी गाड़ियां गुजरती हैं. सुबह और शाम के पीक समय में यानी शाम चार बजे से रात 8 बजे तक गाड़ियों का सबसे ज्यादा दबाव है. शादी के सीजन में सबसे ज्यादा स्थिति बिगड़ती है. शहर के सबसे ज्यादा और बड़े मैरिज हॉल इसी रोड पर हैं. इस वजह से भी यहां ट्रैफिक जाम होता है.
यातायात अधिकारी ने बताया कि तेलीबांधा चौक से एक दिन में ढ़ाई लाख वाहन गुजरते हैं. इसके साथ ही इस चौक से अक्सर VIP मूवमेंट भी रहता है. यही कारण है कि तेलीबांधा चौक से लेकर मैग्नेटो मॉल तक लंबा जाम लग जाता है. इससे कई बार सड़क हादसे भी हो चुके हैं. इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. फ्लाई ओवर बनने से लोगों को राहत मिलेगी.
यह फ्लाईओवर वाई शेप आकार का बनाया जाएगा. इससे टाटीबंध से आरंग की तरफ और आरंग से टाटीबंध की तरफ जाने वाले वाहन तेलीबांधा तिराहे पर ट्रैफिक जाम में नहीं फंसेंगे. वहीं आरंग की ओर से रायपुर शहर के भीतर जाने वाले राहगीरों को भी सुविधा होगी. दुर्ग-भिलाई और महासमुंद की ओर वाहन सीधे निकल जाएंगे. रायपुर शहर की ओर वाहन फ्लाईओवर के ऊपर से सीधे तेलीबांधा थाने के सामने उतरेंगे, जबकि VIP रोड की तरफ जाने वाले वाहन फ्लाईओवर के नीचे से गुजरेंगे.
पीडब्लयूडी के सचिव आलोक कटियार ने बताया की तेलीबांधा चौक पर 484. 83 करोड़ की लागत से फ्लाईओवर बनाने की स्वीकृति मिली है. कुछ औपचारिकताएं बची है वह जल्द पूरी कर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दिया जाएगा. तेलीबांधा चौक पर फ्लाई ओवर के निर्माण शहर वासियों को जाम से राहत मिलेगी.