महासमुंद पुलिस ने अंतर राज्यीय तस्कर गिरोह से 10वीं-11वीं शताब्दी की 2 मूर्तियां बरामद की हैं. अंतर राष्ट्रीय बाजार में इन मूर्तियों की कीमत ढाई करोड़ रुपए है. पुलिस ने 3 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक आरोपी फरार है.
सिंघोड़ा थाना पुलिस और साइबर सेल की टीम ने यह कार्रवाई की है. रेहटीखोल चेक पोस्ट पर गाड़ी चेकिंग के दौरान बौद्ध धर्म के देवता अवलोकितेश्वर पद्मपाणी की प्राचीनतम दो मूर्तियां बरामद की गई.
पुलिस ने बताया कि सिंघोड़ा के रेहटीखोल चेक पोस्ट पर गाड़ियों की चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान ओडिशा की तरफ से एक कार क्रमांक MP 09 TB 5054 तेज रफ्तार से आ रही थी. ड्राइवर ने पुलिस को देखकर गाड़ी रोकी और भागने लगे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ा.
कार में 4 लोग सवार थे. पुलिस ने 3 लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया, वहीं उसी कार में सवार हासिम खान इंदौर निवासी फरार हो गया. वाहन की चेकिंग के दौरान पुलिस को एक बड़ी और एक छोटी अष्ट धातु से बनी बौद्ध धर्म के देवता अवलोकितेश्वर पद्मपाणी की प्राचीन मूर्ति मिली है.
पुलिस ने तीनों आरोपी बलराम यादव, सुरेंद्र पाल, सुधीर अहिर से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि ये सभी ओडिशा के अंगुल जिले के एक मंदिर से मूर्ति चुराकर इंदौर ले जा रहे थे. तीनों आरोपी इंदौर निवासी हैं. पुलिस ने रायपुर पुरातत्व विभाग को सूचित किया, तो अधिकारी ने बौद्ध धर्म के देवता अवलोकितेश्वर पद्मपाणी की प्राचीनतम मूर्ति होने की पुष्टि की. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धारा 41(1+4), 379 के तहत केस दर्ज कर लिया है.