बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्राओं ने देर रात जमकर हंगामा किया. उन्होंने कुलपति निवास का घेराव कर दिया और नारेबाजी करने लगीं. गर्ल्स हॉस्टल में गंदे पानी से खाना बनाने और उसे खाकर बीमार हो जाने के चलते छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा था. रात करीब 1 बजे किसी तरह से यूनिवर्सिटी के अफसरों ने छात्राओं को समझाकर शांत कराया.
दरअसल, यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में पिछले कुछ दिनों से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है, जिसके कारण छात्राएं परेशान हैं. आरोप है कि उसी गंदे पानी से हॉस्टल में भोजन बनाया जा रहा है. जिसे खाकर कई छात्राएं बीमार पड़ गईं. छात्राओं ने हॉस्टल वार्डन सहित अफसरों से साफ पानी सप्लाई की मांग भी की, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई.
रविवार रात घटिया भोजन व पीने के लिए साफ पानी नहीं मिलने से नाराज छात्राएं हॉस्टल से बाहर निकल गईं. फिर देर रात छात्राओं के साथ छात्रों ने कुलपति निवास का घेराव कर दिया. कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने छात्राओं के प्रतिनिधिमंडल को मिलने बुलाया. उनकी समस्याओं के त्वरित निदान का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ.
इधर, चीफ हॉस्टल वार्डन डॉ. प्रदीप शुक्ला ने कहा कि छात्राओं के हंगामा मचाने पर वे देर रात हॉस्टल पहुंचे थे. वहां न तो गंदे पानी से भोजन बनाया जा रहा है और न ही छात्राओं को दूषित व बासी भोजन दिया गया है. कुछ छात्राएं पहले से बीमार थीं, जिनका उपचार किया गया. अगर छात्राओं को कोई समस्या है तो वे अपनी बात रख सकती हैं. इस तरह से राजनीति करना गलत है.