बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के कन्हर नदी के घाट पर सूर्योपासना का महापर्व छठ का भव्य आयोजन किया गया. यह नदी छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर है. एक ओर रामानुजगंज तो दूसरे छोर पर गोदरमाना के लोगों ने सूर्य की पूजा की.
रविवार को परंपरागत रूप से छठ गीत गाते छठ व्रती महिलाएं और श्रद्धालु बड़ी संख्या में छठ घाट डूबते सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे. कन्हर नदी में नवयुवक दुर्गा पूजा संघ ने लाइटिंग और घाट में अन्य व्यवस्थाएं की थी. सोमवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पर्व का समापन किया गया.
रामानुजगंज क्षेत्र में वर्षों से छठ का आयोजन धूमधाम से होता है. यहां के छठ महापर्व के आयोजन को देखने बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेश से भी लोग आते हैं. इस साल भी बड़ी संख्या में लोग छठ व्रत करने और महापर्व को देखने यहां पहुंचे थे. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस जवानों के साथ CRPF टीम की भी ड्यूटी लगाई गई थी.
कन्हर नदी के बहते पानी के एक तरफ छत्तीसगढ़ के लोग और दूसरी तरफ झारखंड के लोगों ने छठ महापर्व के अवसर पर एक साथ सूर्योपासना की. इसकी शोभा देखते ही बन रही थी. दोनों राज्य छठ गीत से गूंज उठे.