विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जिले में 5 पूर्व विधायक बढ़ गए हैं. इन्हें अगले माह से पेंशन मिलेगी. वर्तमान में ट्रेजरी के माध्यम से हर माह 16 पूर्व विधायकों और 6 पूर्व विधायकों के परिवारों को पेंशन दी जा रही है. पूर्व विधायक चाहें तो किसी अन्य जिले से भी अपनी पेंशन निकाल सकते हैं, जैसे अभी कई पूर्व विधायक निकाल रहे हैं. पूर्व विधायकों को पेंशन व अन्य भत्ते सहित 98300 रुपए मिलते हैं.
पूर्व विधायकों को अब पहले की तुलना में ज्यादा पेंशन और सुविधाएं मिलती हैं. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वेतन-भत्तों में वृद्धि की गई है. भाजपा सरकार में पूर्व विधायकों को हर माह 35 हजार रुपए पेंशन दी जाती थी, जिसे कांग्रेस ने 58300 रुपए किया. वहीं यात्रा सुविधा भी बढ़ाई गई है. पहले हर साल रेल या हवाई सेवा में 2 लाख रुपए तक यात्रा करने की सुविधा थी जिसे बढ़ाकर 5 लाख किया गया है. राज्य के बाहर बोर्डिंग की सुविधा भी है. हाबोर्डिंग में होने वाला खर्च 5 लाख रुपए की लिमिट के अंतर्गत आता है. इस तरह यदि पेंशन, चिकित्सा, अर्दली और टेलीफोन भत्ता को मिला दें तो हर माह पूर्व विधायकों को 98300 रुपए दिए जा रहे हैं. जिन पूर्व विधायकों का निधन हो चुका है, उनके परिवार को केवल 25 हजार रुपए माह पेंशन दी जाती है.अन्य भत्ते व सुविधाएं नहीं दी जाती. चुनाव में पराजय झेलने वाले शैलेश पांडेय (बिलासपुर), डॉ. रश्मि आशीष सिंह(तखतपुर), डॉ.रेणु जोगी (कोटा) और डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी(मस्तूरी) को हर माह पेंशन व अन्य सुविधाएं मिलेंगी.
इस बार टिकट नहीं पाने वाले बेलतरा विधायक रजनीश सिंह भी पेंशन पाने वालों में शामिल हो गए हैं. ट्रेजरी ऑफिसर ने जो सूची उपलब्ध कराई है, उनमें पूर्व विधायक रहे अमर अग्रवाल, सीपत के पूर्व विधायक राधेश्याम शुक्ला, मस्तूरी के पूर्व विधायक देवचरण मधुकर का नाम नहीं है. ऑफिसर का कहना है कि जिन पूर्व विधायकों को जिले से पेंशन दी जा रही है, उन्हीं का नाम सूची में है. वे अन्य जिलों से पेंशन ले रहे होंगे.
अभी ट्रेजरी ऑफिस के माध्यम से पूर्व विधायक राजू सिंह क्षत्रीय, अमित जोगी, रामदयाल उइके, दिलीप लहरिया, चंद्रभान बारमते, सियाराम कौशिक, चुरावन मंगेशकर, चोवादास खांडेकर, विक्रम दास मोहले, जगजीत सिंह मक्कड़, रामेश्वर खरे, खेमसिंह बारमते, पहलवान सिंह मरावी, अरुण कुमार तिवारी, जवाहर लाल दुबे को पेंशन मिल रही है. पूर्व सांसद इंग्रिड मेक्लाउड को भी पेंशन दी जा रही है. इसके अलावा अन्य भत्ता या सुविधाएं सभी को मिल रही है.
इस सूची में अब मस्तूरी विधायक बन चुके लहरिया का नाम नहीं हाेगा. जो पूर्व विधायक अब दुनिया में नहीं है, उनके परिवार को भी हर माह 25 हजार रुपए पेंशन दी जा रही है. इनमें पूर्व विधायक स्व. राकेश सिंह, स्व.राजेंद्र प्रसाद शुक्ला, स्व. रोहिणी बाजपेयी, स्व. बलराम सिंह, स्व. अशोक राव और स्व. मूलचंद खंडेलवाल के परिवार शामिल हैं. उन्हें अन्य कोई भत्ता या सुविधा नहीं दी जा रही है.
अविभाजित बिलासपुर जिले में 36 पूर्व विधायकों व पूर्व सांसदों या जिनकी मृत्यु हो चुकी थी, उनके परिवार को पेंशन मिलती थी. इनमें कोरबा के पूर्व विधायक कृष्णा लाल जायसवाल, पाली-तानाखार के पूर्व विधायक अमोल सिंह सलाम, मरवाही के पूर्व विधायक दीनदयाल पोर्ते, चांपा के पूर्व विधायक व मंत्री रहे बलिहार सिंह, बोधराम कंवर जैसे कई बड़े नाम थे। पूर्व सांसदों में श्यामलाल जांगड़े, गोदिल प्रसाद अनुरागी आदि को पेंशन मिलती थी. अब तो अधिकांश इस दुनिया में नहीं है.
बिलासपुर, ट्रेजरी ऑफिसर जसपाल राज ने बताया की कई पूर्व विधायक दूसरे जिलों से भी पेंशन लेते हैं, इसलिए सूची में संख्या कम हो सकती है. विधानसभा सचिवालय से जानकारी आने के बाद ही नए पूर्व विधायकों को पेंशन मिलना शुरू होगा. अभी इस संबंध में कोई आदेश नहीं आया है. हालांकि वे दूसरे जिलों से भी पेंशन ले सकते हैं.