रायपुर के इंडोर स्टेडियम में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मंच से कवि कुमार विश्वास ने भाजपा और कांग्रेस नेताओं पर दिलचस्प तंज कसे. वहीं डॉ सुरेंद्र दुबे मंच पर आते ही कहा- कका निपट गे भैया…भीड़ हंसने लगी दोनों हाथ उठाकर ठहाके लगाए. दुबे ने आगे कहा टाइगर अभी जिंदा हे. उन्होंने कुमार विश्वास को घेरते हुए कहा कि यहां कुमार विश्वास आ गए हैं उन्हें बोरा भरकर रुपए दिए गए हैं. वो राम-कृष्ण कथा करते हैं मैं कथा का सिर्फ प्रसाद ही बांट पाता हूं.
रायपुर के इंडोर स्टेडियम में 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के मौके पर संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन और “सामाजिक चेतना मंच” एवं शिवाशा फाउंडेशन ने मंगलवार को कवि सम्मेलन नवा सुरुज का आयोजन किया था.
मंच पर आते ही कुमार विश्वास ने कहा- एक बार फिर से भगवा खेमे में खुशी की लहर है. छत्तीसगढ़ के लोगों तुमने तो कमाल ही कर दिया, सब एग्जिट पोल करते रहे तुमने तो कुछ और ही कर दिया. जुनेजा जी (पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा) हम भी आपके स्कूटर में घूमे. आपके स्कूटर में रिजर्व लग गया कोई बात नहीं आनंद आएगा आज.
कुमार आगे बोले- आज अच्छी बात ये रही कि किसी भाजपा नेता ने भाषण नहीं दिया. भाजपा वालों को कोई काम आता हो या न आता हो ये भाषण बड़ा अच्छा देते हैं. मैं जब यहां हॉल में घुसा तो यहां गाना चल रहा था मोदी जी के लिए. अरे भई अब कहां सरकार बनवानी है उज्बेकिस्तान में… मतलब कभी तो चैन से रहो यार. पूरे देश में बन गई अब तो आराम करो.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव से कुमार विश्वास ने कहा- नए-नए सब चेहरे दिख रहे हैं, मुख्यमंत्री जी छत्तीसगढ़ के बारे में 6 महीने पहले पूरे देश में एक अलग तरह का संदेश था. जिससे पूछो कहता था यहां नहीं हो सकता… लेकिन दो लोग मैं जानता हूं जिन्होंने कहा था. एक प्रभारी जी ओम माथुर साहब.
मैंने उनसे कहा भाई साहब मुश्किल है.. उन्होंने मुझे कहा कोई नहीं डॉक्टर बना लेंगे… दूसरे अरुण साव जी ने मुझसे भोपाल में कहा था सरकार बन रही है. तो आपको बधाई. मुख्यमंत्री जी अभी नए-नए फंसे हैं ये अफसर अभी आपको खूब दौड़ाएंगे मगर आप कवि सम्मेलन सुनते रहिएगा.
इंडोर स्टेडियम में कवि सम्मेलन में साउंड सिस्टम की वजह से खलल पड़ता रहा. ऑडिटोरियम में लोगों को आवाज गूंजने की वजह से कवियों की कविता ठीक तरह से सुनने में परेशानी हुई. भीड़ ने उस वक्त शोर मचाना शुरू कर दिया जब कुमार विश्वास मंच पर थे. लोगों का हंगामा देखकर कुमार विश्वास ने कहा मैं कविता पढ़ने आया हूं साउंड ठीक करने नहीं.