कांकेर जिले में पुलिस अधिकारी बनकर साइबर फ्रॉड के नए गिरोह का खुलासा किया है. मध्यप्रदेश में बैठे ठग छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाइट से ऑनलाइन FIR खोलकर पीड़ितों को कॉल करते थे. उन्हें कहते थे कि दूसरे पक्ष को जेल भेजेंगे, लेकिन उसके लिए पैसे लगेंगे. चारामा पुलिस ने 4 आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, चारामा निवासी मनीषा वर्मा, पुष्पा बाई और उत्सव जुर्री ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कई नंबरों से फोन आ रहे हैं. चारामा थाने में दर्ज अपराध पर दूसरे पक्ष को जेल भेजने के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है. जिस पर IT एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीम साइबर सेल की मदद से नंबरों की जांच की और आरोपियों की तलाश में मध्य प्रदेश पहुंची.
इसके बाद लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपी लवकेश यादव, अनीत यादव, मनीष कुशवाह और विजय कुशवाह को मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले से धर दबोचा. उनके पास से 2 मोबाइल, 1 ATM कार्ड और 5700 रुपये नगद बरामद किया गया है.
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गिरोह में मनीष कुशवाह और विजय कुशवाह मोबाइल, फर्जी सिम की व्यवस्था करते थे. अनीत यादव और लवकेश यादव छत्तीसगढ़ और अन्य राज्य के पुलिस पोर्टल को खोलकर वहां दर्ज प्रकरण में दिए गए मोबाइल नंबर पर पुलिस अधिकारी बनकर फोन करते थे. उनसे कार्रवाई करने के बदले पैसों लेकर आपस में बांट लेते थे.
इन्हीं आरोपियों ने कांकेर जिले के अलावा दुर्ग के हेमलता भारदी से 20 हजार, बस्तर के तोकन शर्मा, मंनेद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के गणेश से 5 हजार, दुर्ग के नरेन्द्र सेवते और बिलासुर निवासी भोलाशंकर राठौर से 2-2 हजार रुपए ऑनलाइन ठगी कर चुके हैं. इसके साथ ही गरियाबंद, महासमुंद और सरगुजा के लोगों से भी पैसों की मांग की गई थी.