कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने सोमवार को पहली जन चौपाल लगाई. इस दौरान जमीन से जुड़ी समस्या बताने के लिए ग्राम हसदा से आए युवा विवेक साहू की बेरोजगारी की बात सुनकर कलेक्टर ने उनकी शैक्षणिक योग्यता की जानकारी ली और तत्काल पहल करते हुए कलेक्टोरेट मल्टीलेवल पार्किंग स्थित BPO कॉल सेंटर के इंचार्ज को बुलवाकर उनका साक्षात्कार लेने को कहा. कुछ समय में ही यह प्रक्रिया पूर्ण हो गई और वे उत्तीर्ण भी हो गए. इसी दौरान विवेक ने पत्नी की शैक्षणिक योग्यता के बारे में भी जानकारी दी. कलेक्टर ने उसके लिए भी कॉल सेंटर में नौकरी का प्रस्ताव दे दिया.
यह जन चौपाल कुछ विशेष होने के साथ ही चर्चा में रहा. एक युवा दंपती को इस दौरान नौकरी मिल गई, जिसके उन्होंने शायद ही कल्पना की रही होगी. अब दस्तावेज परीक्षण और आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा. शुरू में उन्हें 12-13 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा जो बढ़ते-बढ़ते योग्यता के अनुसार 30 हजार तक हो सकता है. विवेक ने इसके लिए कलेक्टर को धन्यवाद देते हुए जन चौपाल की काफी सराहना की. डॉ. गौरव सिंह की पहली जन चौपाल में 77 आवेदन मिले, जिनका निराकरण करने के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया.
रमण मंदिर वार्ड निवासी रोशनी जोगी, लक्ष्मी यादव, पुष्पा बाई, हीरा लाल साहू और अमर टंडन ने अमृत मिशन योजना के अंतर्गत नल कनेक्शन दिलवाने के लिए आवेदन दिया. अवंती विहार कॉलोनी के JP मिश्रा ने गौरवपथ पर लग रहे अवैध बाजार को हटाने, अभनपुर निवासी बोधनलाल फरिकार ने शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटवाने, पारागांव के समस्त ग्रामवासियों द्वारा लगाए जा रहे गिट्टी क्रेशर प्लांट पर रोक लगाने, चूनाभट्टी निवासी अमरदास टंडन ने मकान का आवासीय पट्टा बनवाने, ग्राम पंचायत और परसदा के सरपंच कोमल साहू द्वारा मनरेगा अंतर्गत चेकडैम निर्माण की स्वीकृति देने और भीमनगर निवासी अनिल बोरकर ने विवाह प्रोत्साहन की राशि दिलाने के लिए आवेदन दिया.
इसके अलावा गुढ़ियारी निवासी सुखराम सारंग ने निजी भूमि पर अन्य व्यक्तियों द्वारा कब्जा की शिकायत की. वहीं, प्रोफेसर कॉलोनी निवासी हेमंत साहू ने मोहल्ले में नाली निर्माण कराने, रावतपुरा फेज-2 निवासी हेमलता साहू ने विधवा पेंशन जारी करने, पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड के पार्षद आकाश तिवारी ने गौरव पथ JE रोड पर डिवाइडर खुलवाने, लाखेनगर निवासी पुरुषोत्तम सोनी ने नामांकर दुरुस्त करने के लिए आवेदन दिया.