जगदलपुर से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां संपत्ति के लालच ने भाइयों को इस कदर क्रूर और निर्दयी बना दिया. उसने अपनी बहन के कुल्हाड़ी से पैर काट डाले. घटना जगदलपुर के भानपुरी थाना क्षेत्र के ग्राम मुंडागांव की है.
दरअसल, भानपुरी थाना क्षेत्र के ग्राम मुंडागांव में 2 बहनों व उसके सौतेले भाइयों के बीच पिता ने जीते जी ही चार-चार एकड़ खेती का बंटवारा कर दिया था. पिता के मरते ही सौतेले भाइयों की नजर सौतेली बहनों के हिस्से की जमीन पर गड़ गई. बीते नवंबर में पिता की मौत के बाद फूलमति व शांति दीवान पिता की अर्थी पर पहुंचीं तो उसके 4 सौतेले भाइयों ने उनके साथ मारपीट की थी. एक का मोबाइल भी छीन लिया था.
इसके बाद भानपुरी पुलिस ने जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए आरोपितों को संरक्षण दिया. इससे आरोपितों के हौसले और बुंलद हो गए. 2 दिन पहले फूलमति और शांति मरकाम अपने खेत में काम कर रही थीं, तभी आरोपित मदन दीवान पिता मंगल दीवान, भगीरथी दीवान, सौंधर दीवान व अस्तु दीवान ने बहनों पर जानलेवा हमला कर दिया.
शांति दीवान ने गांव के शोक कार्यक्रम में पहुंचकर अपनी जान बचाई. वहीं उसकी बहन फूलमति के साथ बुरी तरह मारपीट करते हुए उसका पैर कुल्हाड़ी से काट दिया. उसे गंभीर हालत हालत में मेकाज में भर्ती करवाया गया है. इसके बाद ग्राम राजपुर जाकर उसके दामाद की दुकान व घर में भी तोड़फोड़ की. मामले में शांति दीवान ने SSP से गुहार लगाई है.
ग्राम मुंडागांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत शांति दीवान ने बताया कि उसके पिता मंगल दीवान ने मां की मौत के बाद एक महिला से दूसरा विवाह किया था. कुल 8 एकड़ जमीन में चार सौतेले भाइयों व 4 बहनों के बीच 4-4 एकड़ बंटवारा कर दिया था. इसके बाद से ही सौतेले भाइयों की नजर उनके हिस्से की जमीन पर थी.
इस बीच 19 नवंबर को उसके पिता की मौत हो गई. पिता के अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में गईं बहनों पर सौतेले भाइयों ने हमला कर दिया था. उस वक्त एक महिला मारपीट में गंभीर रूप से घायल हो गई थी. उस वक्त शांति का मोबाइल भी आरोपितों ने छीन लिया था. उस दौरान भानपुरी पुलिस ने आरोपितों को संरक्षण दिया.
शांति ने बताया कि बीते वर्ष से ही उसके सौतेले भाई उन्हें डरा-धमका रहे हैं. उसने कई बार भानपुरी थाने में मदद के लिए गुहार लगाई पर उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया. पुलिस का संरक्षण पाकर उसके सौतेले भाइयों का दुस्साहस और बढ़ गया. रविवार 1 बजे दोपहर शांति व उसकी बड़ी बहन फूलमति अपने खेत में काम करने गई थीं. तभी उसके 4 सौतेले भाई मदन दीवान, भगीरथी दीवान, अस्तु दीवान और सौंधर दीवान हाथ में कुल्हाड़ी, चाकू व लाठी लेकर वहां पहुंचे.
फूलमति से गाली-गलौच करते हुए जमीन पर पटक दिया और उसके पैर को कुल्हाड़ी से काट दिया. शांति दीवान को भी मारने दौड़े. उसने भागकर गांव में किसी के यहां शोक कार्यक्रम में छिपकर जान बचाई. एक घंटे बाद उसने 112 को फोन कर बुलवाया. उनकी मदद से लहूलुहान फूलमति को मेकाज पहुंचाया गया. मामले में शांति की शिकायत पर भानपुरी पुलिस ने फिर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. शांति का कहना है कि पुलिस जांच के नाम केवल खानापूर्ति कर रही है. उसने SSP से मिलकर उन्हें गुहार भी लगाई है.
भानपुरी थाना के टीआई चंद्रेशखर श्रीवास ने कहा, रिपोर्ट पर आरोपित के विरुद्ध मारपीट, गाली-गलौच की धाराएं लगाई गई हैं. मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यकता होने पर और धाराएं जोड़ी जाएंगी.