भाजपा जिला उपाध्यक्ष असीम राय की हत्या के मामले में पखांजुर नगर पंचायत का अध्यक्ष व कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली ही मुख्य षड़यंत्रकर्ता निकला. इसी 15 जनवरी को नगर में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी, इससे वह नाराज था. उसने ही 7 लाख रुपये की सुपारी देकर असीम की हत्या करवाई थी. कांकेर SP दिव्यांग पटेल ने शुक्रवार को पूरे मामले का राजफाश किया.
अब तक बप्पा गांगुली, कांग्रेस पार्षद विकास पाल, जितेन्द्र बैरागी, सोमेन्द्र मंडल सहित 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, मुख्य शूटर विकास तालुकदार अभी फरार है. इस मामले में और भी आरोपित गिरफ्तार हो सकते हैं. बता दें कि 7 जनवरी को असीम की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
SP दिव्यांग पटेल ने बताया कि 2014 में भी असीम राय पर गोली चलाई गई थी. हमले का एक आरोपित हत्याकांड में शामिल है. प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर जमकर हंगामा किया और दोषियों को फांसी देने की मांग करते हुए नारेबाजी की. बता दें कि 2019 नगरीय निकाय चुनाव में पखांजुर नगर पंचायत में कांग्रेस ने 6 और भाजपा ने 9 सीट जीती थी, लेकिन भाजपा की मायारानी सरकार और विकास पाल ने क्रॉस वोटिंग की. इसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस के खाते में चली गई.
भाजपा ने मायारानी सरकार को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. वर्तमान में अध्यक्ष बप्पा गांगुली और उपाध्यक्ष माया रानी सरकार हैं, जिनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर चर्चा होनी थी. असीम हत्याकांड के बाद बस्तर आई सुंदरराज पी के द्वारा कांकेर के SP दिव्यांग पटेल के निर्देशन में SIT का गठन किया गया था. CCTV फुटेज खंगालने के बाद बाइक पर पीछे बैठे आरोपित की पहचान PV 82 निवासी विकास तालुकदार के रूप में हुई. विकास को PV 125 नीलरतन मंडल के साथ घूमते देखा गया था. उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठ गया. हत्या से पहले आरोपितों ने रेकी भी की थी.
पखांजुर के मंडल मेडिकल के मालिक सोमेंद्र मंडल, पीव्ही 28 निवासी सर्वजीत उर्फ सुरजीत एवं पीव्ही 36 निवासी रीपन ने ही विकास व नीलरतन से संपर्क साधा और कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली, विकास पाल और जितेन्द्र बैरागी ने असीम राय की हत्या करवाने की मंशा जाहिर की. नीलरतन ने असीम राय की हत्या के लिये अपने मौसेरे भाई शार्प शूटर विकास तालुकदार और जयंत विश्वास की मुलाकात सोमेंद्र से करवाई और सात लाख में सुपारी की बात तय हुई.
सोमेंद्र से पूछताछ में सामने आया कि राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस नेता एवं नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली की कुर्सी खतरे में थी. इसी प्रकार विकास पाल पार्षद को इस बात का डर था कि उसका पखांजुर इन होटल का अवैध निर्माण भी तोड़ा जाएगा. दोनों इसके लिए असीम को जिम्मेदार मानते थे. वहीं चांदीपुर के उप सरपंच जितेन्द्र बैरागी की भी असीम से पुरानी रंजिश थी.
बप्पा गांगुली, विकास पाल, सोमेंद्र मंडल, नीलरतन मंडल, गोपीदास, रीपन सदियाल, सुरजीत बाला, समीत मांझी, तपन मंडल, जितेंद्र बैरागी, जयंत विश्वास.