दुर्ग जिले में एक युवक से CGPSC परीक्षा पास करवाने के नाम पर 40 लाख रुपए की ठगी की गई है. युवक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है. आरोपी और पीड़ित दोनों दोस्त हैं.
पद्मनाभपुर पुलिस ने बताया कि पीड़ित तारकेश्वर साहू जेल लाइन दुर्ग का रहने वाला है. उसने शिकायत दर्ज कराई है कि विकास ठाकुर रिंग रोड शिव मंदिर के पास गंगापुर खुर्द श्मशान घाट रोड अंबिकापुर का रहने वाला है. वो चौहान ग्रीन वैली भिलाई में किराय का मकान लेकर रहता था.
जब उससे वो मिला तो उसने दावा किया कि लोकसेवा आयोग छत्तीसगढ़ के उच्च अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है. वो PSC की परीक्षा में उसे पास कराने के साथ ही उसका सलेक्शन भी करवा देगा. इससे तारकेश्वर विकास के झांसे में आ गया. इसके बाद उसने नौकरी पाने की लालच में अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर 40 लाख रुपये उसे दिया, लेकिन उसने उसकी नौकरी नहीं लगवाई.
रुपये देने के बाद भी जब पीड़ित की नौकरी नहीं लगी तो उसने विकास से रुपए वापस करने का दबाव डाला. इस पर विकास ने तारकेश्वर को 9 अक्टूबर 2023 को 5 लाख रुपये का एक चेक दिया. आश्वासन देने के कुछ दिन बाद ही आरोपी भिलाई छोड़कर फरार हो गया.
तारकेश्वर और विकास की एक दूसरे से पुरानी पहचान और दोस्ती थी. वे दोनों एक दूसरे के घर आना-जाना करते थे. इसी दौरान विकास एक दिन उसके घर पहुंचा था और उसी दौरान उसने तारकेश्वर से कहा कि उसकी CGPSC के अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है. इसके बल पर उसने कई लोगों की नौकरी लगवाने का भी दावा किया. इससे तारकेश्वर उसके झांसे में आ गया.
तारकेश्वर ने बताया कि दिसंबर 2022 में CGPSC की भर्ती में आरोपी ने पीड़ित से फॉर्म भरवाया और भरोसा दिलवाया कि वो परीक्षा पास करवाने से लेकर भर्ती की प्रक्रिया पूरी करवाकर देगा. इसके एवज में उसने 40 लाख रुपये की डिमांड की थी.
उसकी बातों में आकर पीड़ित नकद और अपनी पत्नी के खाता व परिचितों के माध्यम से अलग-अलग किस्तों में कुल 40 लाख रुपये आरोपित दिए. रुपये देने के लिए आरोपित ने अपने ग्राम तिवरैया धरसीवा जिला रायपुर की पैतृक जमीन भी बेच दी.