महादेव सट्टा ऐप केस में दुर्ग पुलिस के कॉन्स्टेबल भीम सिंह यादव को बर्खास्त कर दिया गया है. इसे लेकर SP जितेंद्र शुक्ला ने गुरुवार को आदेश जारी किया है भीम सिंह को नवंबर 2023 में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से ही वह जेल में बंद है.
वहीं ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल पर भी दुर्ग पुलिस ने 35 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. एक दिन पहले ऐप संचालक सौरभ चंद्राकर के पर भी 35 हजार का इनाम घोषित किया था. सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल मिलकर ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चला रहे थे.
दुर्ग रेंज के IG राम गोपाल गर्ग ने कहा कि महादेव सट्टा ऐप प्रकरण काफी गंभीर है. इसके मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फरार हैं. उनके बारे में कोई भी जानकारी जो भी व्यक्ति देगा और उनकी गिरफ्तारी कराएगा उसे घोषित किया गया इनाम दिया जाएगा.
इस मामले में आईजी दुर्ग ने रवि उप्पल के ऊपर 25 हजार के इनाम की घोषणा की है. वहीं SP दुर्ग ने भी 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. इस तरह रवि के ऊपर 35 हजार रुपए इनाम घोषित किया गया है. महादेव ऐप छत्तीसगढ़ में बड़ा चुनावी मुद्दा था.
रवि उप्पल को करीब 2 माह पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में गिरफ्तार किया गया है. रवि भारत में वांटेड है।(ED के कहने पर इंटरपोल ने रवि उप्पल के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. माना जा रहा है कि इसके बाद सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है.
मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED महादेव ऐप जांच कर रही है. इसके अलावा, छत्तीसगढ़ पुलिस और मुंबई पुलिस भी जांच में जुटी है. ED ने अक्टूबर में रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की एक विशेष अदालत के सामने उप्पल और उसके पार्टनर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
ED ने 2 महीने पहले महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में मुंबई, कोलकाता और भोपाल में करीब 39 ठिकानों पर छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी. रवि उप्पल साथी सौरभ चंद्राकर के साथ UAE में रह रहा था. केंद्र सरकार ने 1 महीने पहले ही महादेव सट्टेबाजी ऐप समेत 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया था.
2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी. हालांकि, शुरुआत में इस वेबसाइट के कम यूजर्स थे और इससे काफी कम कमाई होती थी. 2019 में नौकरी के लिए सौरभ दुबई चला गया. कुछ समय बाद सौरभ ने अपने दोस्त रवि उत्पल को भी दुबई बुलवा लिया.
रवि के दुबई पहुंचने से पहले सौरभ ने बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था. इसके बाद दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया. इसे सोशल मीडिया और दूसरे तरीके से प्रमोट करना शुरू कर दिया.
सौरभ ने महादेव कंपनी का बिजनेस फैलाने के लिए दो रास्ते अपनाए
पहला: सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के जरिए ऐप को प्रमोट करवाया.
दूसरा: सट्टा लगाने वाले दूसरे ऐप और वेबसाइट को खरीद लिया.
ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के जरिए सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने देश में करीब 4 हजार पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क खड़ा किया था. हर पैनल ऑपरेटर के पास 200 ग्राहक थे जो सट्टा लगाते थे. कहा जा रहा है कि इस तरह से दोनों रोजाना 200 करोड़ की कमाई कर रहे थे. अपनी इसी काली कमाई से संयुक्त अरब अमीरात में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया.
ED ने पिछले महीने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में मुंबई, कोलकाता और भोपाल में करीब 39 ठिकानों पर छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी.
ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप मामले में फरार चल रहा आरक्षक क्रमांक 99 अर्जुन सिंह यादव को SP दुर्ग ने पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया है. मंगलवार को कार्यभार ग्रहण करते ही पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की.
आरक्षक के खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी. जिसके आधार पर 27 फरवरी 2023 को दुर्ग RI की तरफ से आरोप पत्र जारी किया गया था. उसके बाद ये कार्रवाई की गई है.