महादेव सट्टा एप और उससे जुड़े आरोपियों पर कार्रवाई का मुद्दा छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन जमकर गूंजा. वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन और राजेश मूणत ने महादेव सट्टा ऐप मामले में दोषियों पर कार्रवाई का मुद्दा उठाया है.
रिकेश सेन ने यहां तक आरोप लगाया कि दुर्ग में IG, SP और ASP तक महादेव ऐप की ID चला रहे थे. दोनों विधायकों के सवालों का जवाब गृहमंत्री ने दिया.
वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने कहा कि जो भिलाई खेल और शिक्षाधानी के रूप में जाना जाता था, अब महादेव सट्टा ऐप के लिए में पहचाना जा रहा है. उन्होंने कहा कि महादेव सट्टा ऐप मामले में 20 हजार से अधिक पुलिस अधिकारी, सिपाही से लेकर युवा संलिप्त हैं, लेकिन एक पर भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
रिकेश सेन ने कहा कि यहां तक कि कई प्रशासनिक अधिकारी इस ऐप के संरक्षक थे. उन्होंने खुद भी ID का संचालन किया है. दुर्ग जिले में पिछले 5 वर्षों में लगातार ऐसे लोगों की पोस्टिंग रही है.
रिकेश सेन ने विधानसभा में आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस-प्रशासन के लोगों के पास खुद की महादेव ID है. अधिकारियों के पास, राजनैतिक दल के अलग-अलग नेताओं के पास महादेव ऐप की ID है, लेकिन आज तक केवल छोटी मछलियों पर कार्रवाई की गई और उन्हें मुचलके पर छोड़ दिया गया. इसमें सहयोग करने वाले राजनीतिक लोगों और पुलिस अफसरों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
विधायक ने महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि सौरभ चंद्राकर की शादी में जो अफसर और लोग बाराती बने थे, उन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. गृह मंत्री ने कहा बारातियों की लिस्टिंग हो रही है, जबकि नेशनल मीडिया में सारी लिस्ट आ चुकी थी. रिकेश सेन ने कहा कि महादेव ऐप के सभी आरोपी और बाराती आज भी भिलाई में खुलेआम घूम रहे हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
दोनों विधायकों के सवालों का जवाब देते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सदस्य की चिंता वाजिब है. कानून को कड़ा होना चाहिए और कानून की नजर में कोई छोटा या बड़ा हरगिज नहीं होना चाहिए. आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में उन्होंने कहा कि अब तक इस मामले में 482 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं.
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जांच के बाद आरोप सिद्ध होने पर बाकी लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी. इसे लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है.