राजिम माघी पुन्नी मेला अब राजिम कुंभ (कल्प) के नाम से जाना जाएगा. छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने नाम बदल दिया है. कैबिनेट में इसका फैसला लिया गया. साय सरकार के मंत्रियों की कैबिनेट बैठक शुक्रवार को विधानसभा में रखी गई थी. सरकार ने राजिम कुंभ (कल्प) मेले को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है. जिसका आयोजन 24 फरवरी से 8 मार्च तक होगा.
इस बैठक में राजिम के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक वैभव को फिर से स्थापित करने के लिए इस फैसले को जरूरी बताया गया है. कैबिनेट बैठक में जल की शुद्धता बनाए रखने के लिए भारत सरकार की ओर से जल संशोधन विधेयक 2023 के संबंध में विधानसभा में संकल्प लाने का निर्णय लिया गया.
तलाशी अभियान में छत्तीसगढ़ के रायपुर, सरगुजा, सीतापुर और रायगढ़ जिलों में फैले 25 से अधिक परिसरों को कव्हर किया गया. तलाशी अभियान के दौरान, कई आपत्तिजनक दस्तावेज़, अघोषित बैलेंससीट और डिजिटल सबूत मिले हैं, जिन्हें जब्त किया गया है.
13 करोड़ की अवैध कमाई रियल स्टेट में लगे
आयकर विभाग द्वारा बताया गया है कि जब्त साक्ष्य इन व्यक्तियों द्वारा भ्रष्टाचार और अन्य संदिग्ध प्रथाओं के तौर-तरीकों को उजागर करते हैं. प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि इन व्यक्तियों ने सरकार से संबंधित कार्यों में विभिन्न व्यक्तियों को अनुचित लाभ देने के बदले में अवैध धन प्राप्त किया है.
तलाशी के दौरान बरामद किए गए आपत्तिजनक दस्तावेजों में कथित PEP (अमरजीत भगत) द्वारा अपने करीबी सहयोगियों के माध्यम से नकद में प्राप्त लगभग 13 करोड़ रुपए की अवैध कमाई का विवरण शामिल है. इसके अलावा, जब्त किए गए सबूतों से पता चलता है कि गलत तरीके से कमाया गया यह पैसा PEP के सहयोगियों के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश किया गया है.
आयकर विभाग को अचल संपत्ति की खरीद में ऑन-मनी भुगतान का प्रमाण मिला है. 3 करोड़ रुपये से अधिक के बेहिसाब नकद व्यय के साक्ष्य मिले हैं. रियल एस्टेट कारोबार में PEP (अमरजीत भगत) के सहयोगियों द्वारा कमाए गए 8 करोड़ रुपये भी पाए गए हैं. ऐसे साक्ष्यों की सत्यता को PEP (अमरजीत भगत) के करीबी सहयोगियों और उनके कर्मचारियों के बयानों से भी बल मिला है, जिसमें उन्होंने उपरोक्त कदाचार को स्वीकार किया है.
आयकर विभाग के अनुसार PEP (अमरजीत भगत) के करीबी सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से जमीन हड़पने से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज भी पाए गए हैं. जिन किसानों और प्रभावित व्यक्तियों की भूमि इस तरह से हस्तांतरित की गई है.
उन्होंने भी अपने बयान में स्वीकार किया है कि उक्त भूमि लेनदेन PEP (अमरजीत भगत) के अनुचित प्रभाव के तहत पूरा किया गया था. इसी प्रकार, PEP (अमरजीत भगत) के अनुचित प्रभाव का उपयोग उनके सहयोगियों द्वारा “पुनर्वास पट्टा“ की खरीद की अनुमति प्राप्त करने में भी किया गया था.
पत्नी के ह्यूम पाइप कंपनी में भी हिसाब गड़़बड़
PEP (अमरजीत भगत) की पत्नी जो ह्यूम पाइप्स की विनिर्माण कंपनी चला रही हैं, के स्वामित्व वाले कारखाने के परिसर से बैंक क्रेडिट के मुकाबले टर्नओवर में गड़बड़ी मिली है. तलाशी अभियान के दौरान घोषित संपत्ति से अधिक की बेहिसाब नकदी और आभूषण जब्त किए गए हैं. आयकर विभाग की जांच जारी है.
13 करीबियों का आयकर विभाग ने मांगा है ब्यौरा
आयकर विभाग ने अंबिकापुर कलेक्टर को पत्र लिखकर 13 लोगों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा है. इनके संबंध में विभाग ने पिछले 5 साल में जमीन की खरीदी और बिक्री की जानकारी मांगी है. साथ ही रियल इस्टेट कारोबार में निवेश या अन्य प्रॉपर्टी के साथ-साथ जमीन आबंटन के अलावा FRA व अन्य बेनीफिट का डिटेल उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. इन लोगों के यहां पिछले दिनों आयकर टीम ने जांच-पड़ताल भी की थी.