दुर्ग स्थित एक चर्च में हंगामा हो गया. दुर्ग का स्थानीय संगठन छत्तीसगढ़ बजरंग दल के कार्यकर्ता देर रात चर्च में घुस गए और नारेबाजी करने लगे. इसका मसीही समाज ने विरोध किया तो दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. छत्तीसगढ़ बजरंग दल का आरोप है कि चर्च में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था.
जानकारी के मुताबिक, पद्मनाभपुर क्षेत्र स्थित ERID के एक चर्च में मंगलवार रात कार्यक्रम चल रहा था. आरोप है कि इस दौरान छत्तीसगढ़ बजरंग दल कार्यकर्ता घुस आए और मारपीट शुरू कर दी. हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और चर्च के पास्टर को कोतवाली ले गई.
इसके बाद रात करीब 11.30 बजे मसीही समाज के सैकड़ों लोग दुर्ग कोतवाली पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे. थाने के घेराव की सूचना पर दूसरे थानों की फोर्स भी पहुंच गई. पुलिस ने किसी तरह से लोगों को शांत कराया, लेकिन वे कार्रवाई की मांग पर अड़े थे.
मसीही समाज ने छत्तीसगढ़ बजरंग दल की पदाधिकारी ज्योति शर्मा और प्रफुल्ल पटेल सहित अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की. आरोप लगाया कि बजरंग दल का पुलिस साथ दे रही है. हालांकि CSP ने उन लोगों को समझाकर शांत कराया और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
किरण मसीह ने कहा कि रात में वे लोग समाज का कार्यक्रम सेलिब्रेट कर रहे थे. खाने का भी इंतजाम था. कार्यक्रम के दौरान अचानक रात में छत्तीसगढ़ बजरंग दल के लोग आए और दरवाजा पीटना शुरू कर दिया. उनके साथ पुलिस भी थी। वो लोग चर्च के अंदर घुस आए.
महिलाओं और लड़कियों से धर्म परिवर्तन कराने को लेकर ऐसे-ऐसे सवाल पूछ रहे थे, जो नहीं पूछे जाने चाहिए थे. इसके बाद भी पुलिस वहां तमाशबीन बनी रही. दुर्ग पुलिस हमें विश्वास दिलाए कि वो लोग चर्च में घुसकर इस तरह से दोबारा हमें परेशान नहीं करेंगे.
चर्च की सदस्य मिताली मसीन ने कहा कि, चर्च में घुसकर मारपीट की गई है. इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम चक्का जाम करेंगे. इसका विरोध किया जाएगा. पुलिस हमारी कोई बात नहीं सुन रही है. हमारे पापा को उठाकर पुलिस ले आई है. हालांकि पुलिस ने अब तक FIR दर्ज नहीं की है.
थाने पहुंची विनू मसीह ने बताया कि बजरंग दल के लोग अचानक आए और दरवाजा को तोड़कर घुसने की कोशिश करने लगे. इतना ही नहीं जो लोग चर्च आ रहे थे, उन लोगों को भी रोका. चर्च में घुसकर बजरंग दल के लोगों ने मारपीट की. पुलिस उन्हें रोकने की जगह हमसे ही पूछ रही थी कि आप यहां क्या कर रहे हो.
ARID चर्च के सदस्य विश्वास पाल ने बताया कि चर्च में कार्यक्रम था. संस्था में बिशप आए थे. उनके भोजन की व्यवस्था थी. ARID के विशप शोमनाथन व अन्य के साथ मारपीट कर उनसे लूटपाट की गई. वहां तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की जगह पास्टर को ही थाने ले आई.