छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब योग, प्राणायाम अनिवार्य किया जाएगा. स्कूल शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है. सरकार ने विधानसभा में इसका ऐलान कर दिया है कि हर शनिवार को स्पोर्ट्स एक्टिविटी स्कूलों में करवाई जाएगी. देशभक्ति से जुड़े कार्यक्रमों को भी हर दिन की गतिविधि में शामिल किया जाएगा.
अलगे शिक्षण सत्र से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नई शिक्षा नीति लागू करने की भी तैयारी है. इसमें क्या कुछ बदलाव होंगे इसका खाका अधिकारी तैयार कर रहे हैं. विभागीय सूत्रों के मुताबिक स्कूलों में योग, स्पोर्ट्स टीचर, लाइब्रेरियन के पदों पर भी भर्ती होगी. सरकार ने तय किया है कि छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में 33 हजार स्टाफ की भर्ती होगी.
स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है आने वाले समय में कमांड सेंटर बनेगा, जहां 50 लाख बच्चे, 50 हजार स्कूल, 3 लाख कर्मचारी होंगे. शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए मॉनिटरिंग होगी. प्रदेश के सभी स्कूल चाहे वो सरकारी हों या प्राइवेट उनमें पहला पीरियड योग का होगा.
स्कूलों में पढ़ाई की शुरुआत योग, प्राणायाम, आध्यात्म और देश भक्ति के कार्यक्रम से ही शुरू होगी. हर शनिवार को स्पोर्ट्स डे होगा.
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दैनिक भास्कर से कहा कि बच्चे पौधे के समान होते हैं और शिक्षक माली. अगर माली सही देखभाल करेगा, तभी पौधे पनपेंगे और एक फलदार वृक्ष का रूप ले सकेंगे. शिक्षा के साथ ही स्कूल में बच्चों को सही दिशा निर्देश और देखभाल की जरूरत होती है.
बच्चे अपना ज्यादातर समय घर से दूर स्कूल में बिताते हैं. ऐसे में शिक्षकों की यह जिम्मेदारी है की विद्यार्थियों को स्कूल में एक अच्छा माहौल उपलब्ध कराएं. उनकी छुपी प्रतिभा को सामने लाएं. शिक्षा न केवल ज्ञान पाने का साधन है, बल्कि यह छात्रों में देश भक्ति की भावना जगाने का भी अहम जरिया है. इसे ध्यान में रखकर हम काम कर रहे हैं.