छत्तीसगढ़ के बस्तर में साइबर क्राइम का एक नया मामला सामने आया है. जिले में एक ही दिन में सैकड़ों लोगों के व्हाट्सऐप पर अनजान नंबर से मैसेज आया है, जिसमें लिखा है कि ‘तुम्हारी फैमली का सेक्स वीडियो वायरल हो जाएगा, वीडियो देखो और पैसे भेजो’.
इस मैसेज के बाद कई लोगों ने APK फाइल डाउनलोड की और उनका फोन हैक हो गया. दरअसल, व्हाट्सऐप पर एक ग्रुप बना हुआ है. इस ग्रुप में 300 से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं. इस ग्रुप के सारे सदस्यों के पास एक दिन पहले एक साथ एक ही नंबर से मैसेज आया. जिसमें वीडियो के बारे में लिखा हुआ था.
जब लोगों ने इस बारे में एक-दूसरे से बातचीत की, तो पता चला कि ये मैसेज बहुत से लोगों के पास गया है. इसकी मौखिक शिकायत पुलिस से भी की गई है.
दंतेवाड़ा और जगदलपुर के कुछ युवकों ने बताया कि वे फोन पर कोई भी ऐप खोल रहे हैं, तो फोन हैंग हो रहा है. फोन काफी धीरे चल रहा है. अब डर है कि कहीं फोन हैक तो नहीं हो गया. अगर ऐसा हुआ, तो पर्सनल डेटा लीक हो जाएगा.
साइबर क्राइम के बारे में मीडिया की टीम ने साइबर सेल के DSP केके चंद्राकर से बातचीत की. उन्होंने कहा कि ऐसे साइबर स्कैम से डरिए मत, बल्कि सावधान रहिए. उन्होंने APK फाइल डाउनलोड होने के बाद फोन के डाटा को सुरक्षित करने टिप्स भी बताए हैं…
- अगर किसी भी अनजान नंबर से इस तरह का मैसेज आए, तो उसे फौरन ब्लॉक करें.
- नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं.
- अगर ऐप डाउनलोड कर लिया हो, तो फोन को रिसेट कर लें.
- फोन में Gmail और पैसे ट्रांजेक्शन ऐप का पासवर्ड बदल दें.
साइबर क्रिमिनल्स आमतौर पर मोबाइल हैकिंग के लिए मैलाफाइड PDF फाइल, रैट फाइल, एसएमएस फॉरवर्डर एपीके, फिशिंग और हैकिंग लिंक भेजकर टारगेट डिवाइस का एक्सेस लेते हैं. इसके बाद सेटिंग्स में छेड़छाड़ कर डेटा चोरी और मॉडिफिकेशन कर डिवाइस को रिमोटली कंट्रोल करते हैं.
किसी भी डिवाइस की अनऑथराइज्ड एक्सेस ही हैकिंग कहलाती है. इस तरह से साइबर अपराधी भोले-भाले मोबाइल यूजर्स को अपना शिकार बनाते हैं.
इन बातों का रखें ख्याल?
- किसी भी अनजान नंबर से आए लिंक पर क्लिक नहीं करें.
- सेटिंग्स में ऑटोमैटिक इन्स्टॉल ऑप्शन लॉक रखें.
- मोबाइल पर एक लाइसेंस्ड एंटी वायरस जरूर रखें.
- रेगुलर स्कैन करें.
- जब इंटरनेट की जरूरत नहीं हो, तब इंटरनेट बंद रखने की आदत बनाएं.
- व्हाट्सएप में सेटिंग्स पर जाकर मीडिया का ऑटो डाउनलोड ऑप्शन बंद करके रखें.
- ठगी हो जाने की स्थिति में तुरंत अपना खाता ब्लॉक करें. इसके लिए अपने बैंक की ऑफिशियल ऐप का इस्तेमाल करें.
- बैंक में रजिस्टर्ड नंबर से 1930 पर कॉल करके सूचित करें और नजदीकी थाने या साइबर सेल को रिपोर्ट करें.
- बैंक अधिकारी को खाता ब्लॉक करने को कहें और ट्रांजैक्शन होल्ड कर खाते में फिर से राशि जमा करने के लिए लिखित आवेदन करें.
- सुरक्षा के लिए अपनी ईमेल का पासवर्ड और सभी ट्रांजैक्शन ऐप जैसे UPI और डेबिट कार्ड का पिन बदल दें.
- अगर फोन में पहले से एंटी वायरस नहीं था, तो डेटा बैकअप लेकर मोबाइल फॉर्मेट करें या एंटी वायरस से स्कैन करें.
- किसी भी परिस्थिति में डरें नहीं, न ही किसी तरह के लालच में फसें.
- किसी भी हाल में अपराधियों को पैसे नहीं भेजें.
- पुलिस और प्रशासन पर कार्रवाई के लिए विश्वास रखें. एविडेंस देकर सहयोग करें.