छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जिला अस्पताल की महिला मेडिकल ऑफिसर ने खुदकुशी कर ली. उनका शव सोमवार को मायके में फांसी से लटका हुआ मिला. इसके बाद डॉक्टर पति और उसके दोस्त ने फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया. खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है. मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है.
मूल रूप से कोरबा के कटघोरा निवासी डॉक्टर पूजा चौरसिया (31) सरकंडा के अशोक नगर में अपने पति अनिकत कौशिक (35) के साथ रहती थीं. अनिकेत ने पुलिस को बताया कि रविवार शाम वह ड्यूटी पर चला गया था. इस दौरान पूजा बापजी कॉलोनी स्थित अपने मायके जाने के लिए निकल गई.
अनिकेत ने बताया कि रात तक पूजा घर नहीं लौटी तो अगले दिन सुबह वह अपने दोस्त डॉक्टर सूरज पांडेय के साथ ससुराल पहुंचा. वहां कमरा अंदर से बंद था. उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो पूजा फंदे पर लटक रही थी. इस पर उन्होंने पूजा को फंदे से उतारा और अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने बताया कि अनिकेत भी जिला अस्पताल में पदस्थ हैं। वहीं पूजा से 2018 में उनकी दोस्ती हुई. इसके बाद अगले साल 2019 में दोनों ने लव मैरिज कर ली. बाद में घरवालों की मर्जी से हिंदू रीति-रिवाज से भी उनकी शादी हुई. शादी के बाद पति-पत्नी अशोक नगर में रहते लगे.
पूजा की मां स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ हैं. उनका भाई अमेरिका में रहता है. इसलिए माता-पिता उनसे मिलने अमेरिका गए हैं. पुलिस ने मायके वालों को इस घटना की जानकारी दे दी है. उनके आने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा. पूजा के माता-पिता मंगलवार को लौटेंगे. अनिकेत के पिता डॉ. अशोक कौशिक भी जिला अस्पताल में ही पदस्थ हैं.
डॉक्टर की सुसाइड पर उठ रहे सवाल…
- पूजा का शव कमरे में फंदे पर लटक रहा था तो पति व दोस्त ने पुलिस को जानकारी दिए बिना दरवाजा क्यों तोड़ दिया?
- रात से वह निकली थी. इसके बावजूद पुलिस को बताए बिना पति व दोस्त ने शव को फंदे से उतारकर निजी अस्पताल में क्यों पहुंचाया?
- पूजा ने आत्महत्या क्यों की, ऐसी क्या परिस्थितियां बनी जिसके लिए उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा?
पूजा के कमरे की पुलिस ने अभी तलाशी नहीं ली है. इससे पहले ही पति व दोस्त वहां पहुंच गए थे. इस आत्महत्या को लेकर कई सवाल है, जिसका जवाब पुलिस तलाश रही है. पुलिस का कहना है कि मायकेवालों के आने व उनसे पूछताछ के बाद आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा.