छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में महिला CHO (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) आराधना साहू (27) की उसके ही बॉयफ्रेंड ने हत्या कर दी. सरकारी नौकरी मिलने के बाद आराधना ने बॉयफ्रेंड से किनारा कर लिया था और दूसरे लड़के से बात करती थी. आरोपी को झूठे रेप केस में जेल भी भिजवा दिया था.
फिंगेश्वर क्षेत्र के बासिन गांव में आरोपी श्याम साहू ने सोमवार को आराधना की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. दोनों के बीच 8 साल से प्रेम संबंध था. वारदात के बाद आरोपी खेत में घुस गया और खुदकुशी के लिए जहर मांग रहा था. ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और पीट-पीटकर पुलिस को सौंप दिया था.
आराधना रायपुर के मठपुरैना की रहने वाली थी और सिर्रीकला (गरियाबंद) अस्पताल में पदस्थ थी. सोमवार शाम करीब 5 बजे स्कूटी से लौटने के दौरान श्याम साहू ने उसका पीछा शुरू कर दिया. उसे पीछे आते देख आराधना ने स्कूटी रोक दी और उसे समझाने का प्रयास किया.
इसके बाद भी आरोपी नहीं माना और उसकी स्कूटी पर बैठ गया. आराधना आरोपी के पास हथियार देखकर घबरा गई और तेज रफ्तार में स्कूटी भगाने लगी. इसके चलते बासिन गांव के पास स्कूटी फिसली और दोनों नीचे गिर गए. आराधना जान बचाने के लिए भागी.
आरोप है कि श्याम भी हथियार लेकर उसके पीछे दौड़ा. इस पर आराधना एक अनजान मकान में घुस गई. उसके पीछे श्याम भी अंदर घुस गया. आरोप है कि उसने साथ रखे धारदार हथियार से आराधना के सिर और गले पर कई वार कर दिए. इससे आराधना की मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस पूछताछ में आरोपी श्याम ने बताया कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन सरकारी नौकरी मिलने के बाद आराधना ने धोखा दे दिया. वह कई दिनों तक मनाने की कोशिश करता रहा, लेकिन आराधना ने रेप केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया.
श्याम ने पुलिस को बताया कि जेल से छूटने के बाद भी उसने आराधना को मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं समझी. इसके चलते उसने आराधना की हत्या कर दी.
ASP जीतेंद्र चंद्राकर ने बताया कि पुरानी रंजिश के कारण आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है. CHO ने पहले आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया था, जिसको लेकर आरोपी नाराज था. इसी को लेकर श्याम साहू ने हत्या की है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
युवती ने 21 मई 2022 को आरोपी श्याम साहू के खिलाफ रेप समेत अन्य धाराओं के तहत फिंगेश्वर थाने में मामला दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया था. आरोपी करीब 80 दिन तक वह जेल में था. कोर्ट ट्रायल में आरोपी दोषमुक्त हो गया था. मई 2023 में वह जेल से छूटा था.