बिलासपुर में शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर हर महीने 10 फीसदी फायदा दिलाने का वादा कर 14 करोड़ से ज्यादा की ठगी हो गई. रिपोर्ट के बाद पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करने पर थाईलैंड और गोवा की सैर कराने का भी झांसा दिया था.
इस चक्कर में पड़ कर कई लोग धोखाधड़ी का शिकार हो गए. पुलिस ने आरोपी के ठिकाने पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने ठगी के और भी मामलों के खुलासे का दावा किया है. मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है.
SP रजनेश सिंह ने बताया कि रायपुर के सुभाष नगर निवासी कारोबारी नरेंद्र दुबे ने धोखाधड़ी की शिकायत की. उन्होंने बताया कि उनके परिचित ने साईं कृष्णा इन्वेस्टमेंट में निवेश करने पर हर महीने 10 प्रतिशत के मुनाफे की बात कही थी. इस पर उन्होंने कंपनी में कुछ रुपए निवेश कर दिए.
इसकी बाकायदा रसीद भी उन्हें दी गई. इसके बाद उन्होंने कंपनी में करीब 49 लाख रुपए लगा दिए. कुछ महीनों तक उन्हें 5 फीसदी मुनाफा मिलता रहा. सितंबर में कंपनी ने उन्हें मुनाफा देना बंद कर दिया.
कारोबारी नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उनके परिचित से भी करीब 1 करोड़ रुपए लिए गए हैं. जिसके बाद पुलिस ने मगरपारा रोड स्थित उषा लता कॉम्प्लेक्स में स्थित साईं कृष्णा इन्वेस्टमेंट के दफ्तर में दबिश दी. ऑफिस से बड़ी मात्रा में दस्तावेज मिले, जिसे जब्त कर कंपनी के डायरेक्टर विनय कृष्ण रात्रे को हिरासत में लिया गया.
पूछताछ में गोलमोल जवाब दे रहा था, हालांकि बाद में वह टूट गया. उसने अलग-अलग लोगों से धोखाधड़ी की बात स्वीकार की, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी अपने एजेंट के जरुए रुपए की वसूली करता था. ज्यादा रकम इन्वेस्ट करने पर थाईलैंड और गोवा ट्रिप का प्रलोभन देकर कई लोगों से रकम इन्वेस्ट कराई. उसने झांसे में लेने के लिए कुछ लोगों को ट्रिप पर भी भेजा.
इसी रकम से वह खुद भी विदेश यात्रा करता रहा. ठगी के पैसों से वह ठाठ-बाठ से रहने लगा था. वहीं, इन्वेस्टर्स का पैसा डूब गया.
ASP उमेश कश्यप ने बताया कि आरोपी विनय कृष्ण रात्रे ने ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर कई लोगों से रुपए जमा कराए. एक व्यक्ति के निवेश को वह कई लोगों को बतौर कमीशन बांटता रहा. जिसके कारण लोगों का उस पर भरोसा बढ़ गया. इसकी आड़ में उसने लोगों से ज्यादा पैसे इन्वेस्ट कराए और बाद में कमीशन देना भी बंद कर दिया.
इस दौरान कमाई होती देखकर झांसे में आए लोगों ने अपने परिचितों और रिश्तेदारों से भी रुपए इन्वेस्ट कराए. लेकिन, जब उसने कमीशन देना बंद किया, तब लोगों को खुद के साथ हुई ठगी का अहसास हुआ.
पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि विनय कृष्ण ने लोगों के करोड़ों रुपए विदेश यात्रा और आलीशान जिंदगी जीने में ही खर्च कर दिया. पुलिस उसके बैंक अकाउंट और उससे जुड़े लोगों की भी जानकारी जुटा रही है. आशंका है कि उसने अपने किसी करीबी के नाम पर पैसों को इन्वेस्ट कराया होगा या फिर उनके नाम पर संपत्ति बनाई होगी.
पुलिस का दावा है कि अब तक करीब 14 करोड़ रुपए की ठगी का पता चला है. आगे की जांच में लगभग 40 करोड़ की धोखाधड़ी सामने आ सकती है.