किर्गिस्तान की राजधानी में मिस्र और पाकिस्तान समेत दूसरे एशियाई देशों के छात्रों पर हुए हमले के बाद छत्तीसगढ़ से गए छात्रों में भी भय का माहौल है। उनका कहना है कि हालांकि किसी भारतीय छात्र पर हमला नहीं हुआ है। यह हमला मिस्र और पाकिस्तानी छात्रों पर हुआ है। उसके बाद भी वह कॉलेज जाने से डर रहे हैं। अब हॉस्टल में रहकर एमबीबीएस की ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं।
किर्गिस्तान में फंसे विद्यार्थियों के पेरेंट्स सहमे
बिलासपुर जिले से गए सिद्धार्थ साहू, तन्मय ठाकुर, दुर्ग के राजेश दुबे, राजनांदगांव के नवनीत मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तानी छात्रों से मारपीट के बाद माहौल खराब हो गया है। ऐसी घटना से उनके पैरेंट्स भी काफी चिंतित हैं और दिन में कई बार फोन कर वहां के हालातो की जानकारी ले रहे हैं। साथ ही माहौल सामान्य होने तक कॉलेज न जाने की समझाइए भी दे रहे हैं।
पेरेंट्स का कहना है कि एमबीबीएस की पढ़ाई कॉलेज जाने के बजाय वर्चुअल कर लें। छात्रों का कहना है कि यहां हमेशा माहौल अच्छा रहता है, लेकिन पता नहीं क्यों पाकिस्तानी छात्रों से मारपीट हो गई। इससे वे भी काफी डरे हुए हैं और हॉसटल से बाहर निकलने से बच रहे हैं ताकि हमले की आशंका न रहे।
पाकिस्तानी छात्रों के साथ कोई भारतीय नहीं रहता
छात्रों ने बताया कि पाकिस्तानी छात्रों के साथ कोई भी भारतीय छात्र नहीं रहता। छत्तीसगढ़ से गए छात्र भी जहां तक संभव हो सके प्रदेश के विभिन्न जिले या पडोसी राज्य मध्यप्रदेश के छात्रों के साथ रहते हैं। हालांकि इसकी कोई खास वजह नहीं है। रहते रहते दोस्ती हो जाती है इसलिए कोई दिक्कत भी नहीं है।
प्रवासी छात्रों की पिटाई के बाद चर्चा में आए किर्गिस्तान में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर मस्तूरी का रहने वाला मेडिकल स्टूडेंट विजय मंडल भी किर्गिस्तान में फंसा हुआ है। घटना के बाद से विजय और उसके माता दीपिका मंडल और पिता सुशांत मंडल डरे सहमे हुए हैं। लगातार उससे फोन पर उसका हालचाल जान रहे हैं।
विजय के परिजनों ने बताया कि ओश में भी स्थानीय युवा प्रवासी छात्रों को लेकर आक्रोशित हैं और उन्हें टारगेट कर रहे हैं। बीते 18 मई की शाम उनके हॉस्टल के बाहर कुछ प्रदर्शनकारी युवा इकट्ठे होकर हंगामा कर रहे थे जिससे हॉस्टल के छात्र घबरा गए थे।
कुछ देर बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को हटाया और रातभर हॉस्टल के बाहर तैनात रही। विजय मंडल के माता पिता ने छत्तीसगढ़ सरकार से गुहार लगाई है कि किर्गिस्तान में फंसे प्रदेश के सभी छात्रों को सही सलामत वापस लाया जा