कोरबा- परिसीमन के बाद साल 2009 से कोरबा लोकसभा में तीन बार आम चुनाव हो चुके हैं और अब 2024 में चौथी बार लोकसभा का चुनाव होना है। 2009 कोरबा लोकसभा सीट का गठन हुआ। इससे पहले कोरबा सीट जांजगीर लोकसभा सीट के अंतर्गत थी। कोरबा सीट पर अब तक तीन लोकसभा चुनाव हुए हैं। जिसमें से दो बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी ने जीत हासिल की हैं।
2019- ज्योत्सना महंत (कांग्रेस)
कोरबा लोकसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी से महिला नेत्रियां प्रत्याशी के रूप में आमने- सामने हैं और मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। कांग्रेस से ज्योत्सना महंत व भाजपा से सरोज पांडेय आमने- सामने हैं। छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल सीट कोरबा, दीदी और भाभी के बीच वर्चस्व की लड़ाई है। छत्तीसगढ़ की कोरबा हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट बन चुकी है। इस पर सबकी निगाहें इसलिए लगी हैं, क्योंकि यहां कांग्रेस पर अपना प्रदर्शन दोहराने और भाजपा पर अपनी साख बचाने का दबाव है।जबकि भाजपा की ओर से सरोज पांडेय चुनाव मैदान में हैं। सरोज भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में यहां भाजपा को अपनी साख बचाने की चिंता है।
कोरबा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से महिला प्रत्याशी ज्योत्सना महंत
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से ज्योत्सना महंत चुनाव जीतकर सांसद बनी थीं। वर्तमान में वह इस सीट पर दोबारा कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रही हैं।
कोरबा लोकसभा चुनाव में भाजपा से महिला प्रत्याशी सरोज पांडेय
भाजपा की ओर से सरोज पांडेय तीसरी बार लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। इसके पहले सरोज दुर्ग नगर निगम की महापौर, विधायक और सांसद रही हैं। भाजपा में जहां सरोज को सम्मान के साथ ‘दीदी’ पुकारा जाता है।
बात 2019 लोकसभा चुनाव की
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ज्योत्सना महंत और भारतीय जनता पार्टी की ज्योति नंद दुबे के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। इस चुनाव में ज्योत्सना महंत विजयी रही।
ये है भौगोलिक स्थिति
कुल आठ विधानसभा क्षेत्र में कोरबा जिले में चार रामपुर, कोरबा, कटघोरा व पाली-तानाखार विधानसभा व अविभाजित कोरिया जिले के तीन मनेन्द्रगढ़, भरतपुर-सोनहत व बैकुंठपुर तथा गौरेला- पेंड्रा- मरवाही जिले की मरवाही विधानसभा सीट आती है। इस लोकसभा में सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति वर्ग के 44.5 प्रतिशत मतदाता हैं। अनुसूचित जाति के 9.2 प्रतिशत, मुस्लिम वोटर 3.5 प्रतिशत तथा शेष मतदाता सामान्य वर्ग और ओबीसी वर्ग से हैं। यहां की साक्षरता दर 61.16 प्रतिशत है व 15 लाख 99 हजार 188 मतदाता हैं।