छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। पहले दिन दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रध्दाजंलि दी गई। उनके सम्मान में 5 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई। इसके बाद शुरू हुए प्रश्नकाल के दौरान स्कूल में शिक्षकों की मुद्दा गूंजा।
रायपुर ग्रामीण से भाजपा विधायक मोतीलाल साहू के सवाल के जवाब में सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि पूरे देश में 26 छात्र पर एक शिक्षक है। वहीं छत्तीसगढ़ में 21 छात्र पर एक शिक्षक है। फिर भी यहां पर शिक्षक की कमी है। कुछ अव्यवस्थाओं के चलते ऐसी स्थिति बनी है। प्रदेश में 300 स्कूल शिक्षक विहीन है। करीब 5000 स्कूल एकल शिक्षकीय है। हमने युक्ति युक्त कारण की प्रक्रिया शुरू की है। उसके बाद शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया आगे बढ़ाएंगे। इस पर पूरक प्रश्न करते हुए कुरुद से भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने शहर के सरप्लस शिक्षकों वाले स्कूलों की जानकारी मांगी। इसके जवाब में सीएम साय ने कहा कि अभी इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है। बाद में उपलब्ध करा देंगे।
छत्तीसगढ़ सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रदेश के स्कूलों व्याख्याता के 2,524, शिक्षकों के 8,194 और सहायक शिक्षकों के 22 हजार से अधिक पद रिक्त हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भर्ती के लिए शीघ्र ही नोटिफिकेशन जारी होने की उम्मीद है।
लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारियों का कहना है कि सभी संभाग के संयुक्त संचालकों को निर्देशित किया गया है कि ऐसे विसंगतियों की रिपोर्ट लेकर आवश्यक कार्यवाही करें। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 610 ऐसे स्कूल हैं, जहां शिक्षक ही नहीं है। सिर्फ ग्रामीण या शहरी क्षेत्र नहीं बल्कि राजधानी में 27 और बिलासपुर में 109 स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे हैं।
33 हजार पदों में भर्ती के लिए मिल चुकी है स्वीकृति
राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रदेश के स्कूलों व्याख्याता के 2,524, शिक्षकों के 8,194 और सहायक शिक्षकों के 22 हजार से अधिक पद रिक्त हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भर्ती के लिए शीघ्र ही नोटिफिकेशन जारी होने की उम्मीद है।
गांव से शहर आ रहे शिक्षक
प्रदेश के स्कूलों की स्थिति यह है कि शहरी क्षेत्र के कई स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक हैं, वहीं ग्राणीण क्षेत्रों में इसकी समस्या बनी हुई है। जिलेवार आंकड़ों पर गौर करें तो रायपुर में 886 अतिशेष शिक्षक हैं, वहीं महासमुंद में इसकी संख्या 804 हैं।
लोक शिक्षण संचालनालय संचालक दिव्या उमेश मिश्रा ने कहा, जिन स्कूलों में छात्र अधिक व शिक्षक कम हैं। ऐसे स्कूलों की पहचान करते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश लोक शिक्षण संचालनालय के सहायक संचालकों को दी गई है। शिक्षकों की भर्ती के बाद भी यह समस्या नहीं होगी।