छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता सुरजू टेकाम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि, चुनाव के समय कोई भी भाजपाई आए तो उन्हें वहीं काट डालो. अब इस बयान को लेकर बीजेपी नेताओं ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. दरअसल, ये सब सुरजू टेकाम ने उस वक्त कहा, जब वे मानपुर में आम सभा को संबोधित कर रहे थे.
दरअसल रविवार को मणिपुर हिंसा के विरोध में कांग्रेस और आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया था. इस दौरान विधायक इंद्रशाह मंडावी भी मौजूद थे. सभा में आदिवासी नेता सुरजू टेकाम ने बीजेपी, RSS और बजरंग दल को लेकर अपशब्द कहे. साथ ही मणिपुर में महिला को निर्वस्त्र घूमाने पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की.
आदिवासी नेता के विवादित बयान पर बीजेपी ने केस दर्ज करने और कार्रवाई की मांग की है. सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि, धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम वहां किया गया. साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई. सुरजू टेकाम ने चुनाव को प्रभावित करने का काम किया है. उन पर सभी IPC की धारा लगनी चाहिए और तत्काल दंडित करना चाहिए. BJP की जिला महामंत्री नम्रता सिंह ने भी ऐसे बयान को नक्सलवादी विचारधारा का बताया.
सांसद संतोष पांडेय ने कहा, यह वही सुरजू टेकाम है जिन्होंने हाल ही में देवी दुर्गा की प्रतिमा को खंडित किया था. उस पर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इधर FIR दर्ज नहीं होने पर बीजेपी नेता संजीव शाह, नम्रता सिंह, समेत कई लोग धरने पर बैठ गए हैं. जिला प्रशासन के अलावा प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया.
विधायक इंदर शाह मंडावी ने बयान की निंदा करते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी और मैं सुरजू टेकाम के बयान से सहमत नहीं हूं और इस बयान की मैं निंदा करता हूं. वहां जाकर बैठा जरूर था. लेकिन मैंने उन्हें मना भी किया था. कांग्रेस संविधान को मानने वाली पार्टी है. मणिपुर हिंसा को लेकर कहा कि, केंद्र और बीजेपी कुछ ठोस कदम नहीं उठा रही है.