केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे हैं. उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव बीएल संतोष भी आए हैं. तीनों नेता रायपुर एयरपोर्ट से सीधे प्रदेश भाजपा मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे. यहां भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर मैराथन बैठक करेंगे.
बैठक करीब 5 घंटे तक चलने की संभावना है. इस दौरान प्रत्याशियों की नई लिस्ट पर भी मुहर लगा सकते हैं. फिलहाल इस बैठक में पार्टी के चुनिंदा नेता ही शामिल होंगे. लंच के बाद ही बैठक एक बार फिर शुरू हो गई है. चुनाव घोषणा पत्र समिति, आरोप पत्र समिति और स्थानीय विधायकों-सांसदों के साथ भी अमित शाह बैठक कर सकते हैं.
पार्टी कार्यालय पहुंचने पर में शाह, नड्डा और वरिष्ठ नेताओं से प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नवीन, पूर्व सीएम रमन सिंह सहित अन्य स्थानीय नेताओं ने मुलाकात की. शाह शाम 7 बजे भाजपा के कुछ नेताओं के साथ में रात का भोजन करेंगे. फिर वायु सेवा के विशेष विमान से नई दिल्ली लौट जाएंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री पहले 22 सितंबर को रायपुर आने वाले थे. लेकिन अंतिम समय में गृह मंत्रालय की ओर से दौरा रद्द होने की पुष्टि की गई. इससे पहले 2 सितंबर को अमित शाह रायपुर आए थे. भाजपा के आरोप पत्र लॉन्च कार्यक्रम में शाह ने ₹2100 करोड़ के शराब घोटाले को केवल टिप बताया था.
भ्रष्टाचार मामले में प्रदेश कांग्रेस सरकार को घेरा था. उनके मुताबिक भ्रष्टाचार इससे कहीं ज्यादा का है. आरोप पत्र में भाजपा ने भ्रष्टाचार और वादा खिलाफी के साथ ही सरकार की विफलताओं के मुद्दों पर फोकस किया है.
अमित शाह जुलाई में प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक ले चुके हैं. तब खबर यह भी सामने आई थी कि शाह स्थानीय नेताओं की परफॉर्मेंस से खुश नहीं हैं. तब मिली फटकार के बाद अचानक स्थानीय नेताओं ने अभियानों की तेजी लाई और यह कोशिश की जा रही है कि आने वाले समय में प्रदेश में भाजपा की सरकार बने.
मगर यह भी बड़ा सच है कि बहुत सी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी कमजोर है, अमित शाह इसी पर रिव्यू करने पहुंचने वाले हैं.