असम के मुख्यमंत्री मंगलवार को हिमंत बिस्वा सरमा छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहे. भाजपा की परिवर्तन यात्रा में शामिल हुए. अलग-अलग जिलों से होते हुए रायपुर पहुंचे. मीडिया से चर्चा में कांग्रेस सरकार के काम-काज पर सवाल उठाए. राजीव गांधी के नाम पर न्याय योजना शुरू किए जाने पर आपत्ति की.
सरमा ने कहा- नरेंद्र मोदी देश के किसानों को कृषक सम्मान देते हैं. ये प्रधानमंत्री पद के नाम पर है. इसमें प्रदेश की सरकारें अपनी ओर से टॉप अप के रूप में सहयोग जोड़ती हैं. छत्तीसगढ़ की जनता से प्रधानमंत्री, केंद्र सरकार धान खरीदते हैं. लेकिन इसमें टॉप अप का नाम आप (कांग्रेस सरकार) राजीव गांधी न्याय योजना बना दिए.
असम के CM ने आगे कहा- केंद्र सरकार नरेंद्र मोदी के नाम पर तो स्कीम नहीं निकाल रही न. यह तो छत्तीसगढ़ की जनता की मेहनत का पैसा है तो इसमें राजीव गांधी कहां से आ गए. क्या राजीव गांधी कुछ दान देते हैं, क्या राजीव गांधी फाउंडेशन से पैसे आते हैं या सोनिया गांधी फाउंडेशन से पैसे आते हैं. या तो छत्तीसगढ़ न्याय योजना नाम करदो अगर आपको पैसे किसानों को देने हैं तो.
आवास योजना को रोका गया क्योंकि उसमें प्रधानमंत्री पद का नाम है. जबकि ये तो संस्थागत पदनाम है. किसी का पर्सनल नाम नहीं. यहां तो मैंने देखा कि छत्तीसगढ़ में कोई फॉरेस्ट है तो उसे राजीव गांधी स्मृति वन नाम दे देते हो. प्रधानमंत्री के नाम से आपकी (कांग्रेस) नाराजगी है. लेकिन छत्तीसगढ़ में हर जगह, कोई भी नई इमारत होगी जहां छत्तीसगढ़ की मेहनती जनता के टैक्स का पैसा लगेगा और वहां गांधी नाम लगा देना, ये कैसी सरकार है.
हिमंत बिस्वा सरमा ने बेरोजगारी भत्ते की योजना पर सवाल उठाए. कहा- छत्तीसगढ़ के बरोजगारों को भत्ता दिया जा रहा है. यहां तो रोजगार देने की जरुरत है न। मैंने सुना की 16 लाख युवा बेरोजगार हैं. उसमें से एक लाख लोगों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है. क्या आप रोजगार नहीं दे सकते थे. जरूरी है रोजगार देना, मगर आप भत्ता दे रहे हैं.
बिस्वा ने कहा- भूपेश बघेल असम चुनाव के इंचार्ज थे. वहां मैंने जब कहा कि 1 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दूंगा. तो बघेल ने सभा में कहा था कि यह व्यक्ति पागल हो चुका है. असम में हमनें 90 हजार युवाओं को एक मैदान में लाकर अमित शाह जी की मौजूदगी में ज्वाइनिंग लेटर दिया वो भी कोई संविदा नहीं परमानेंट सरकारी नौकरी दी है, असंभव को संभव करके दिखाया है.
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री भी मोदी, शाह, नड्डा की तरह ही जुमला बोलकर परिवर्तन यात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बड़ा सनातनी कौन हो सकता है, जो राम वन गमन पथ बना रहे है, माता कौशल्या की विश्व की एकलौती मंदिर का जीर्णोद्धार किया, कृष्ण कुंज बना रहे है और गौसेवा कर रहे है. हेमंत बिस्वशर्मा माता कौशल्या के मंदिर दर्शन करने क्यों नहीं गये? हेमंत बिस्वशर्मा ने सनातन धर्म के लिये असम में क्या काम किये है बतायें सिवाय भ्रामक और उलजूलूल बयान के अलावा.
हेमंत कांग्रेस पहले कांग्रेस में ही थे. कांग्रेस की ओर से कहा गया कि यह वही हेमंत बिस्वा हैं जिसे 2015 में भाजपा ने असम में कथित जल आपूर्ति घोटाले में प्रमुख संदिग्ध करार दिया था. इनके खिलाफ शारदा चिटफंड घोटाले में भी CBI जांच चल रही थी. BJP की सदस्यता लेने के बाद जांच रुक गई है. इनकी पत्नी के पर सरकारी जमीन की खरीदी करना और उसे जमीन में 10 करोड़ रुपए का अनुदान लेने का गंभीर आरोप लगा है?
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार प्रदेश के किसानों को धान की कीमत 2660 रु. दी है, चालू खरीफ वर्ष में 20 क्विंटल धान लगभग 2800 रु प्रति क्विंटल की दर से खरीदी होगी. प्रदेश के 27 लाख किसानों को राजीव गांधी किसान योजना के माध्यम से 9000 रु. एवं 10000 रु. की प्रोत्साहन राशि दे रही है, जो असम के किसानों को नहीं मिल रहा है. असम के मुख्यमंत्री के पास प्रदेश की जनता को बताने कुछ भी नहीं है तो झूठे और थोथे आरोप लगाकर मीडिया में बने रहने की कोशिश किए हैं.