छ्त्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर पुलिस अब जल्द ही नक्सलियों के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन लॉन्च करेगी. बॉर्डर इलाके में सर्चिंग बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा ओडिशा से गांजा समेत नक्सली दवाओं की तस्करी करने वाले तस्करों पर भी नजर रखी जाएगी.
नक्सल मूवमेंट और क्राइम को रोकने के लिए दोनों राज्यों की पुलिस अफसरों की बस्तर के संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में बैठक हुई जिसमें कई तरह की रणनीति बनाई गई है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ में कुछ ही महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होगा. CG-ओडिशा बॉर्डर पर नक्सलियों का मूवमेंट भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए दोनों राज्यों की पुलिस फोर्स अलर्ट मोड पर है. नक्सलियों को खदेड़ने के लिए दोनों राज्यों के बॉर्डर इलाके में स्थित जिलों के पुलिस अफसरों ने बैठक की. इस बैठक में बस्तर IG सुंदरराज पी और ओडिशा के कोरापुट संभाग के DIG चरण सिंह मीणा समेत दोनों राज्यों के अलग-अलग जिले के SP भी शामिल थे.
जगदलपुर में हुई इस बैठक में नक्सलियों का खात्मा, उन्हें बैकफुट पर ढकेलने, संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च करने, एक दूसरे के साथ समन्वय स्थापित करने जैसे बिंदुओं पर बातचीत की गई. साथ ही कई गोपनीय रणनीतियां भी बनाई गईं हैं. इसके अलावा ऑपरेशन मानसून पर भी फोकस किया गया है. बस्तर संभाग के अलग-अलग जिले में नक्सलियों के कोर इलाके में जवानों को सर्च ऑपरेशन पर भेजे जाने के विषय पर भी चर्चा हुई है.
इस बैठक में नक्सल मामले के अलावा अन्य क्राइम को रोकने पर भी बातचीत हुई है. ओडिशा से सबसे ज्यादा गांजा की तस्करी की जाती है. तस्कर ओडिशा बॉर्डर पार कर छत्तीसगढ़ के रास्ते गांजा की तस्करी करते हैं. हालांकि, कई तस्करों को पकड़ा भी जा चुका है. बस्तर पुलिस ने ओडिशा पुलिस के अफसरों से कहा है कि, साथ मिलकर गांजा तस्कर पर लगाम लगाएंगे.
जिससे न तो ओडिशा में इस क्राइम को बढ़ावा मिलेगा और ना ही CG के रास्ते तस्करी की जाएगी. बॉर्डर के दोनों तरफ नाकों पर फोर्स यदि चौकन्नी रही तो तस्करों को पकड़ा जा सकता है. गांजा तस्करों पर सख्ती से कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की भी चर्चा हुई है.