सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को मस्तूरी विधानसभा में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्राम बेलटुकरी में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क ‘‘रीपा’’ का अवलोकन किया. उन्होंने कहा कि रीपा से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज का सपना साकार हो रहा है. सीएम ने महिला समूहों के सदस्यों से चर्चा कर उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने बेलटुकरी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में वाई-फाई सुविधा की शुरुआत करते हुए कहा कि इससे रीपा में कार्यरत लोगों को निःशुल्क इंटरनेट की सुविधा मिलेगी.
सीएम ने 5 मई को रीपा की गतिविधियों की समीक्षा के दौरान रीपा को वाई-फाई सुविधा से लैस करने की घोषणा की थी. आज यहां वाई-फाई सुविधा का शुभारंभ होने के साथ बेलटुकरी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क इस सुविधा से लैस होने वाला प्रदेश का पहला रीपा बन गया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा छोटे-छोटे उद्योग धंधों के लिए रीपा में पानी, बिजली, जमीन जैसी सभी जरूरी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने बेलटुकरी रीपा में उत्पादित विभिन्न वस्तुओं के कैटलॉग का भी विमोचन किया. उन्होंने कहा कि रीपा के माध्यम से गांव के लोगों को जरूरी वस्तुएं आस-पास उपलब्ध हो रही हैं, जिसके कारण अब उन्हें दूर शहरों की ओर नहीं जाना पड़ता. बेलटुकरी रीपा में संचालित बेकरी यूनिट, बोरी सिलाई यूनिट, कपड़ा सिलाई यूनिट, दोना-पत्तल यूनिट के उत्पादों की अच्छी गुणवत्ता के कारण आसपास के शहर-गांवों से सप्लाई के आर्डर मिलने प्रारंभ हो गए हैं.
रीपा के अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री को आदर्श स्व सहायता समूह की निर्मला पटेल ने बताया कि इस यूनिट के जरिए ब्रेड, केक और कुकीज़ का निर्माण कर आसपास के होटल और गांव में बिक्री करते हैं. पिछले 15 दिनों में लगभग ₹10,000 के बेकरी उत्पादों की बिक्री कर चुके हैं, जिससे ₹5000 का फायदा हुआ है. साथ ही बिलासपुर के सी-मार्ट और आसपास के होटलों से ₹80000 का आर्डर भी मिला है.
मुख्यमंत्री ने रीपा में बोरी सिलाई यूनिट का अवलोकन भी किया. जय मां वैष्णवी स्व-सहायता समूह की सदस्य शांति कैवर्त ने बताया कि एक महीने पहले शासन की मदद से ₹4.5 लाख की लागत से बोरी सिलाई यूनिट स्थापित की गई है. लगभग 1200 बोरी की बिक्री आस-पास के गोठान में कर चुके हैं, जिससे ₹3000 का फायदा हुआ है. शांति ने बताया कि आसपास के गौठानो से ₹61,760 के लगभग 6000 बोरी का आर्डर मिल चुका है. दोना-पत्तल यूनिट के अवलोकन के दौरान वैष्णवी स्व-सहायता समूह की सदस्य ममता ने बताया कि समूह में आठ सदस्य हैं
शासन द्वारा 2.5 लाख की लागत से दोना पत्तल मशीन इकाई स्थापित की गई है. अब तक 150 बंडल दोना तथा 150 बंडल पत्तल का निर्माण कर ₹15000 के दोना-पत्तल की बिक्री कर चुके हैं, जिससे हम महिलाओं को ₹5000 का फायदा हुआ है. रीपा स्व-सहायता समूह की महिला आशा ने बताया कि रीपा SHG. में हम 7 महिलाएं सूट, ब्लाउज, बैग, पेटिकोट तथा रुमाल की सिलाई कर रही हैं. अब तक आसपास के गांव से आर्डर मिलने पर 25000 की बिक्री कर चुके हैं जिससे हमें ₹15000 का फायदा हुआ है.
मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया. समूह की महिलाओं को आगे भी इसी तरह कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया. मुख्यमंत्री बघेल ने फिनायल यूनिट, चेन लिंक फेंसिंग इकाई, फर्नीचर निर्माण इकाई का अवलोकन कर इनके निर्माण कार्य में लगे लोगों का हौसला बढ़ाया.