बिलासपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय के साथ ही अब शहर में भी आई फ्लू के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. पिछले दो दिन के भीतर शहर के अलग-अलग इलाकों में इसके 300 से ज्यादा मरीज मिले हैं. इसमें तालापारा, सरकंडा क्षेत्र के ज्यादा मरीज बताए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी के लिए अलर्ट जारी किया है. साथ ही प्रभावित इलाकों में आई ड्रॉप सहित जरूरी दवाओं का वितरण करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही लोगों को स्वच्छता का ध्यान रखने व सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
बीते सप्ताह मस्तूरी क्षेत्र के मल्हार स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में स्कूली बच्चों में आई फ्लू की शिकायत आई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल में कैंप लगाकर बच्चों का इलाज कराया गया. दरअसल, बारिश के मौसम में आई फ्लू के मामले सामने आते हैं. लेकिन, इस बार मानसून की दस्तक के साथ स्कूली बच्चे इसके चपेट में आ रहे हैं.
यह फैलने वाली बीमारी है, इसलिए अभी इसके नियंत्रण पर ध्यान देना जरूरी है. आई फ्लू आंखों में महसूस होने और पानी आने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वायरस, बैक्टीरिया फंगस का संक्रमण बढ़ा है. जिसके लिए सावधानी की जरूरत है.
वैसे तो आई फ्लू कोई गंभीर बीमारी नहीं है. मगर यह एक संक्रमित रोग है. यह बड़ी तेज गति से फैलता है. संक्रमित को छूने, उसके कपड़ों के संपर्क मात्र से ही दूसरे को भी संक्रमित कर देता है. इस बीमारी में हल्का बुखार आता है और आंख लाल होने के साथ आंखों में सूजन आ जाता है. आंखों में खुजली और चुभन महसूस होती है. यह काफी पीड़ादायक होता है. संक्रमित होने के बाद यह समस्या कम से कम तीन से चार दिन तक परेशान करता है.
आई फ्लू से बचना है तो सबसे जरूरी स्वच्छ्ता का पूरा ध्यान रखना चाहिए. यदि कोई संक्रमित मिलता है तो उसके संपर्क में बिल्कुल न आएं. या किसी को आई फ्लू आ चुका है तो उसे काला चश्मा पहनना चाहिए. साथ ही उसे घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, ताकि उनसे दूसरा संक्रमित न हो. डॉक्टर की सलाह पर आंखों से संक्रमण हटाने वाला आई ड्रॉप का उपयोग करना चाहिए.
आई फ्लू को लेकर बच्चों का विशेष ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि बच्चे खेलने के समय के बार गंदगी आदि के संपर्क में आ जाते हैं. इसी तरह स्कूल में बच्चे एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं. ऐसे में संक्रमित होने की आशंका अधिक होती है. इनके माध्यम से बड़े भी इससे संक्रमित हो जाते हैं.
CMHO डॉ. राजेश शुक्ला का कहना है कि शहरी क्षेत्र में आई फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खासकर तालापारा और सरकंडा परिक्षेत्र में इसके ज्यादा मरीज मिल रहे हैं. विभाग की ओर से नियंत्रण का काम चल रहा है. साथ ही प्रभावित क्षेत्र में आई ड्रॉप का वितरण किया जा रहा है. वहीं, जानकारी मिलने पर स्कूलों में भी हेल्थ कैंप लगाकर दवाओं का वितरण किया जा रहा है.