बिलासपुर में फांसी की रस्सी के लिए युवक की गला घोंटकर हत्या की गई. फिर फंदे से लटकाया. इसके बाद लाश को खेत में गाड़ दिया गया. तांत्रिक ने कहा था कि फांसी की रस्सी रखकर जुआ खेलोगे तो नहीं हारोगे. इसलिए नाबालिग दोस्तों ने हत्या को अंजाम दिया. 3 साल से लापता विकास का कंकाल मिलने के बाद ये खुलासा हुआ. वहीं पैसे के लेनदेन में दूसरे दोस्त की हत्या की गई थी.
विकास की हत्या के बाद जब आरोपी पकड़े नहीं गए तो उनका हौसला बढ़ गया. आरोपियों ने रुपयों की लालच में फिर एक दोस्त की हत्या कर दी. इस केस में आरोपियों को 2 साल पहले पकड़ा गया था. मस्तूरी पुलिस ने दो दिन पहले ही लापता युवक का कंकाल बरामद किया था.
मल्हार निवासी विकास कुमार कैवर्त्य (19) साल 2020 में धनतेरस के दिन लापता हो गया था. पुलिस मामले की जांच करती रही, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. वहीं बेटे का पता नहीं चलने पर परिजन थाने के चक्कर काटते रहे. इसे देखते हुए पुलिस ने फिर नए सिरे से जांच शुरू की थी.
विकास के लापता होने के करीब साल भर बाद मल्हार के पुरातत्व स्थल पर मिट्टी में दबा एक युवक का शव मिला था. पुलिस ने थानों में गुमशुदगी को लेकर जानकारी जुटाई. इस बीच युवक की पहचान मल्हार निवासी दीपक लोहार ( 35 ) के रूप में हुई.
परिजनों से पूछताछ में पता चला कि दीपक 6 दिन से लापता था. पुलिस जांच में पता चला था कि आखिरी बार उसे अजय और मणिशंकर के साथ देखा गया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों के घर से दीपक के खून से सने कपड़े और हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद की थी.
पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों सहित 4 नाबालिगों को भी पकड़ा था. अजय भैना अभी सेंट्रल जेल में बंद है, जिससे पुलिस पूछताछ करेगी. वह भी विकास की हत्या में शामिल रहने का आरोपी बताया जा रहा है.
डीएसपी उड्डयन बेहार ने बताया कि विकास की हत्या के करीब साल भर बाद अजय और मणिशंकर सहित उसके 4 नाबालिग दोस्तों ने मिलकर एक बाइक चोरी की थी. उसे दीपक ने गिरवी रखकर पैसे ले लिए थे. उसके साथियों ने जब पैसों के बंटवारे की बात की तो वह मुकर गया.
इस बात पर अजय और मणिशंकर ने अपने नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर कुल्हाड़ी मारकर दीपक की भी हत्या कर दी और शव को जमीन में गाड़ दिया था.